मैं किसान हूँ
Main Kisan Hu
मैं एक किसान हूँ। रात-दिन के कठिन परिश्रम से मैं आपके लिए तरहतरह के फल-सब्ज़ियाँ और अनाज, चावल आदि उगाता हूँ।
मैं सरदी की रातों में जागकर खेतों की रखवाली करता हूँ। अनाज को गाय और दूसरे पशुओं से बचाता हूँ।
मैं पहले खेतों में हल चलाता हूँ, फिर बीज बोकर पानी देता हूँ। मेरे बैलों की जोड़ी मेरा बहुत साथ देती है। वो हल खींचकर मेरी सहायता करती है।
जब फसल पक जाती है तो मैं अपने मित्रों के साथ कटाई का उत्सव मनाता हूँ। फसल काटकर हम सभी बैलगाडियों में भरकर उसे शहर पहुँचाते हैं |
सबको भरपेट अनाज खिलाकर मैं चैन की नींद सोता हूँ।