महावीर जयन्ती
Mahavir Jayanti
एक बार राजकुमार अपने मित्रों के साथ पेड़ पर उछलकर खेल रहे थे। इतने में एक भयानक काला नाग पेड़ पर चढ़ा राजकुमार के सभी साथी तो डर के मारे भाग गये। परंतु राजकुमार डरे नहीं, वह काले नाग से खेलते रहे।
इसके बाद राजकुमार को सोने के घड़े में जल लेकर नहलाया गया और इनका नाम महावीर रखा गया।
राजस्थान के पूर्वी अंचल में सवाई माधोपुर एवं डिण्डोना के बीच रेलवे-स्टेशन से 7 किलोमीटर दूर चांदन में तीर्थ मंदिर है। यहां प्रतिवर्ष बहुत बड़ा मेला लगता है।
मेला चैत्र शुक्ल त्रयोदशी से बैशाख कृष्ण प्रतिपक्ष तक लगता है। लाखो की संख्या में यात्री इसमें भाग लेते हैं। यह पर्व जैनी लोग मनाते हैं। इसके लिए सामूहिक पूजन, भजन, आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जाते हैं।