Hindi Essay on “Madhur Vani Ka Mahatva”, “मधुर वाणी का महत्व” Complete Paragraph, Speech for Students.

मधुर वाणी का महत्व

Madhur Vani Ka Mahatva

 

वाणी एक अनमोल वरदान है। कोयल अपनी मीठी वाणी से सबका मन हर लेती है, जबकि कौए की काँव-काव किसी को अच्छी नहीं लगती। वाणी के बिना सब कुछ सूना है। मीठी वाणी का प्रभाव बहुत व्यापक होता है। मीठी वाणी से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। मधुर बोलने वाले का समाज में बहुत आदर होता है। मधुरभाषी के मुख से निकला एक-एक शब्द सुनने वाले के मन को लुभाता है। उसके संपर्क में आने वाला व्यक्ति उसके वश में हो जाता है। मीठी वाणी केवल सुनने वाले को ही आनंदित नहीं करती वरन् बोलने वाले को भी आनन्द पहुंचाती है। तुलसी ने कहा है-‘मीठे वचन तें सुख उपजत चहुँ ओर’। मृदुभाषी समाज में सद्भावना का प्रसार करता है। कटु भाषा बोलने वाले को अनेक प्रकार की हानियाँ उठानी पड़ती हैं। ऐसे व्यक्ति के लिए ही कहा गया है-“खीरा का मुँह काट कै, मलियत नौन लगाय। रहिमन कड़वे मुखन कौ, चहियत यही सजाय।।” कटु भाषा का प्रयोग काम को बिगाड़ देता है। जहाँ मधुर वाणी अमृत है, वहीं कटु वाणी विष है।

कहा भी गया है-

‘मधुर वचन है औषधि,

कटुक वचन है तौर’।

Leave a Reply