Hindi Essay on “Garmiyo ka Mausam”, “गर्मियों का मौसम”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

गर्मियों का मौसम

Garmiyo ka Mausam

भारत एक ऐसा देश है जहाँ अनेक ऋतुओं का आना-जाना लगा रहता है। भारत में कई प्रकार की ऋतुएँ आती-जाती रहती हैं जैसे-गर्मी, सर्दी, बरसात, पतझड़ इत्यादि। इनमें से एक ऋतु गर्मी की भी है। गर्मी का मौसम प्रायः अप्रैल से अगस्त तक रहता है। जिसमें हम गर्मी का अनुभव करते हैं। और भारत में तो बहुत गर्मी पड़ती है। सूरज की किरणें इतनी गर्मी फैलाती हैं कि इस मौसम में पैदल चलना बहुत मुश्किल हो जाता है। दोपहर में लोग इतनी अधिक गर्मी के कारण घरों से बाहर नहीं निकलते। क्योंकि बाहर लू चलने लग जाती है। लोग गर्मी से बचने के लिए घरों में कूलर लगा लेते हैं तथा सारे दिन इसी के आगे बैठे रहते हैं। गर्मियों में प्यास भी बहुत अधिक लगती है। इसलिए हम बार-बार पानी पीने जाते हैं।

विद्यालयों का समय भी गर्मियों के कारण बदल जाता है। गर्मियों से बचने के लिए लोग। हर समय अपने घरों में पर्दे लगाए रखते हैं क्योंकि इनसे कमरे में ठंडक । रहती है तथा लोग गर्मी से बचे रहते हैं।

गर्मियों के मौसम में छोटे-छोटे नदी-नाले सब सूख जाते हैं। हर जगह पानी |ी कमी हो जाती है तथा कुंओं का पानी भी नीचे गहराई में चला जाता है। सारे पशु-पक्षी भी प्यास के मारे परेशान रहते हैं। उन्हें कहीं भी पानी नहीं मिलता जहाँ भी कहीं गंदा पानी थोड़ा बहुत इकट्ठा मिलता है उसे ही पी लेते हैं। गर्मियों के मौसम में आम सबका पसंदीदा का फल होता है। लोग गर्मियों में अधिकतर तरबूज, खरबूजा, संतरे इत्यादि ही खाते हैं। क्योंकि इनसे पानी की कमी पूरी होती है। गर्मियों में दिन लम्बे होते हैं तथा करीब 7 बजे के समय सूर्य अस्त होता है।

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