दीवाली का त्यौहार
Diwali ka Tyohar
भारत में हर साल अनेक त्योहार मनाए जाते हैं। जिनमें चार त्योहार दीवाली. दशहरा, रक्षा-बंधन तथा होली हिन्दुओं के महान त्योहार हैं। यद्यपि दीवाली हिन्दुओं का त्योहार है फिर भी यह त्योहार सभी धर्मों के लोग मनाते हैं। दीवाली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए है क्योंकि इसी दिन भगवान श्री रामचन्द्र जी रावण का वध करके चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। तभी से यह त्योहार बड़ी धूमधान से मनाया जाता है।
इस दिन के लिए विश्वास किया जाता है कि जो भी अपने घरों को साफ़-सुथरा रखेंगे उनके धन की देवी लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर समृद्धि देगी। इस त्योहार से पहले लोग अपने घरों में सफेदी कराना शुरू कर देते हैं। दीवारों को भी पर्दो तथा तस्वीरों से सजा दिया जाता है।
हर घर में मिठाई तैयार की जाती है या बाजार से खरीदी जाती है। तथा रिश्तेदारों तथा संबंधियों में मिठाई आपस में एक-दूसरे को दी जाती है। तथा सजे हुए बाजारों से खील खिलौने व पटाखे लाते हैं।
इस दिन लक्ष्मी तथा गणेश का पूजन किया जाता है। तथा लोग घरों में मोमबत्ती, दिये तथा बल्बों से प्रकाश करते हैं। तथा सब लोग मिठाई खाते हैं तथा पटाखे जलाते हैं। बच्चे इस त्योहार पर बहुत खुश होते हैं।
दीपावली पर लोग एक-दूसरे के घर मिठाई देने जाते हैं तथा दीवाली की शुभकामनाएँ देते हैं।
इस दिन कुछ लोग शराब पीते हैं तथा जुआ भी खेलते हैं जो कि बहुत बुरी बात है। हमें यह त्योहार इन सब बुरी चीजों को छोड़कर खुशी-खुशी मनाना चाहिए।