Hindi Essay on “Circus – Manoranjan Sthal”, “सर्कस – मनोरंजक स्थल”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

सर्कस – मनोरंजक स्थल

Circus – Manoranjan Sthal

 

सर्कस एक मनोरंजक स्थान है। भारत में भी सर्कस का काफी प्रचलन है। यहाँ भी सर्कस के करतब होते रहते हैं।

सर्कस मनोरंजन का वह स्थान है जहाँ मनुष्य से लेकर पशु-पक्षी सब अपने करतबों के द्वारा दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। सर्कस में तरह-तरह के करतब दिखाए जाते हैं तथा इन करतबों को देखकर आदमी हैरान रह जाता है। इसमें खेल दिखाने वाले सभी मनुष्य पशु-पक्षी सबको प्रशिक्षण दिया जाता है। जिनमें उन्हें बार-बार करतब करने का अभ्यास कराया जाता है। तथा जब वह अभ्यास करने में निपुण हो जाते हैं। तो वह सर्कस के माध्यम से अपना करतब दिखाते हैं। सर्कस के सारे कार्यक्रम बहुत मनोरंजक होते हैं।

सर्कस में जाने के लिए भी टिकट की सुविधा होती है। तथा टिकट लेकर ही सर्कस को देखा जा सकता है। सर्कस में सुंदर पोशाकों में महिला व बालिकाएँ गोल घेरे में साईकिल चलाने का करतब दिखाती हैं। सर्कस में महिला तार पर डंडा लेकर भी चलती है तथा पुरुष उसी तार पर साइकिल भी चलाता है। यह सब कुछ आश्चर्यजनक होता है जो कि सब को हैरान कर देता है। तथा लोग उनकी प्रशंसा में तालियाँ बजाते हैं। वर्कस में जोकर भी अपना करतब दिखाता है जिसे देखकर दर्शक खुब हँसते हैं। सर्कस में कलाकारों के द्वारा और भी हैरत भरे खेल दिखाए जाते हैं जैसे ऊंचाई पर लगे झूलों पर चढ़कर खेलना इत्यादि।

सर्कस में इनके अलावा जानवरों का खेल जैसे हाथी, घोड़ों, भालू तथा बंदर के कारनामे भी दिखाए जाते हैं। कलाकार शेर के साथ भी हैरत भरे कारनामे करता है जिसे देखकर दर्शक हैरान रह जाते हैं। सर्कस वास्तव में ही बड़ा मनोरंजक स्थान है।

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