चण्डीगढ़ एक आदर्श नगर
Chandigarh The City Beautiful
भूमिका- मनुष्य ने अपनी कल्पना शक्ति के आधार पर धरा के अव्यवस्थित रूप को सजा संवार कर उसे रमणीय रूप प्रदान किया है। नगरों में रहने का मानव इतिहास सिन्ध घाटी सभ्यता से ही आरम्भ हुआ। राजा और महाराजाओं ने भी अनेक नगर बसाए। भारत में नव निर्मित शहरों में चण्डीगढ एक आधनिक शहर है जोकि अपना अनेक विशेषताओं के कारण विश्व में चर्चित है जिसे देखने के लिए देश विदेश से लाखों यात्री आते रहते है। शिवालिक नदी के तट पर बहुत वर्षों पहले एक मन्दिर था जो चण्डी देवी के मन्दिर के नाम से प्रसिद्ध था। इसक आसपास ही पुराना चण्डीगढ़ स्थित था। इस नगर की नींव 7 अक्तबर 1953 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा० राजन्द्र प्रसाद ने रखी थी। इसका क्षेत्रफल लगभग 26 किलोमीटर है। इस नगर के चारों और की स्थिति म एक आरा ऊँची पहाड़ियां हैं और शेष तीनों और खुले हुए दूर-दूर तक फैले मैदान हैं।
दर्शनीय स्थल- समूचा चण्डीगढ़ अनेक सेक्टरों में बंटा हआ है। प्रत्येक सैक्टर में आधुनिक सुविधाए उपलब्ध हैं। यहाँ के भवन आलीशान हैं। प्रत्येक नगर से बसें सारा दिन चण्डीगढ़ की ओर दौड़ती रहती ह। इस नगर एक प्रसिद्ध इंजीनियर श्री ले. करबुसिएर ने कठिन परिश्रम करके तैयार की है। सारा नगर आयताकार सैकटरों में बंटा है। प्रत्येक सैक्टर अपने आपमें पूर्ण है। हर सैक्टर में स्कूल, डिस्मसरा, डाकखाना तथा धार्मिक स्थान हैं। प्रत्येक सैक्टर में पार्क है। इन पार्कों में फूल खिले रहते हैं।
बच्चे बूढ़े यहाँ भ्रमण करते हैं। यहाँ की सुखना झील भी देखने योग्य है। यहाँ का रोज गार्डन और रॉक गार्डन भी विशेष रूप से आर्कषक है। यहाँ का विधानसभा भवन, अजायबघर, पंजाब विश्व विद्यालय, पंजाब सचिवालय, हाईकोर्ट भवन तथा सैन्ट्रल स्टेट लाइबरेरी भी देखने योग्य है।
सरकारी कार्यलय- पंजाब और चण्डीगढ़ की साझी राजधानी होने के कारण यहाँ पर दोनों पंजाब और हरियाणा के राज्य कर्मचारी रहते हैं। यहीं पर दोनों राज्यों के मुख्यमन्त्री निवास, मन्त्रियों की कोठियां तथा विधायकों के लिए फ्लैट बी हैं। इसके पास ही एक अति सुन्दर तथा औद्योगिक नगर मौहाली स्थित है। आजकल मोहाली को भी जिले का दर्जा दे दिया गया है। दूसरी तरफ चण्डीगढ़ शिमला रोड पर पिंजोर गार्डन नामक एक अति सुन्दर स्थान है।
मनोरंजन के साधन- चण्डीगढ़ में मनोरंजन के भी अनेक साधन हैं। यहाँ विभिन्न राज्यों के कलाकार आकर अपनी कला का चमत्कार दिखाते हैं। यहाँ के सिनेमाघर बड़े सुन्दर हैं। सैक्टर 22 और 17 में लोगों की भीड़ जलूस की तरह दिखाई देती है। चण्डीगढ़ में प्रायः अति शिक्षित और सभ्य लोग रहते हैं। यहाँ के लोगों का जीवन बड़ा शान्त है। यहाँ पर सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। यहाँ पर एक से एक बढ़कर सुन्दर होटल एवं धर्मशालाएं भी हैं। यहाँ पर अवकाश प्राप्त लोग रहना पसन्द करते हैं।
उपसंहार- चण्डीगढ़ का निरन्तर विकास हो रहा है। यह नगर प्रत्येक दृष्टि से एक आदर्श नगर है। चण्डीगढ़ अपनी सुन्दरता, स्वच्छता और विकास की दृष्टि से एक सुन्दर नगर बन गया है। यह विदेशियों के लिए भी एक दर्शनीय स्थल बन गया है। यहाँ के अधिकांश लोग प्राचीन रूढ़ियों और अन्ध विश्वासों से मुक्त हैं। जनसंख्या की लगातार बढ़ौतरी के कारण आवास की समस्या बन रही है। इस नगर के बढ़ते हुए विकास को देखकर कहा जा सकता है कि भविष्य में यह नगर भारतीयों के लिए ही नहीं बल्कि विदेशियों के लिए भी दर्शनीय बन जाएगा।