भारत-शांतिप्रिय देश
Bharat shanti Priya Desh
भारत ऋषि-मुनियों की तपस्थली रही है। महात्मा गांधी को भी अहिंसा का पुजारी और शांति का दूत ही कहा जाता है। उन्होंने अहिंसा के बल पर ही देश को आजाद कराया था। इसलिए भारत एक शांतिप्रिय देश है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे में सफेद रंग भी शांति का ही प्रतीक है। भारत में महात्मा बुद्ध ने भी शांति का संदेश दिया था। अपना पूरा जीवन भारत को समर्पित करने वाली मदर टेरेसा को तो शांति का नोबल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था। भारत में जितने भी अवतार और महान लोग हुए हैं, उनका एकमात्र उद्देश्य भारत में शांति की स्थापना करना रहा है। हमारे धर्मग्रंथ-गीता, रामायण आदि भी हमें शांति का ही संदेश देते हैं। इसका ज्वलंत उदाहरण यह है कि संसद भवन और मुंबई ब्लास्ट जैसी भीषण आतंकवादी वारदातों के बावजूद भारत ने किसी को पलटकर जवाब नहीं दिया। अभी तक वह सिर्फ अपना बचाव ही कर रहा है। भारत की इस बात की विश्व के देशों ने भी प्रशंसा की है। आज का भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। निस्संदेह, भारत एक शांतिप्रिय देश है।