Hindi Essay on “Bharat ke Mausam”, “भारत के मौसम”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

भारत के मौसम

Bharat ke Mausam

 

भारत में चार तरह के मौसम आम हैं जो कि पूरे भारत में अपना प्रभाव दिखाते हैं। यह चार मौसम, सर्दी, गर्मी, बसन्त तथा वर्षा ऋतु हैं। गर्मियों का मौसम विशेष रूप से अप्रैल से जून के अंत तक रहता है। इस मौसम में सूर्य बहुत तेज चमकता है तथा हर तरफ बहुत गर्मी रहती है। गर्मियों में दिनों में गरम हवाएँ चलती हैं जिन्हें लू कहते हैं। लोग हल्के रंग के कपड़े पहनना अधिक पसन्द करते हैं। तथा घरों में कूलर तथा पंखों के आगे बैठे रहते हैं। इस मौसम में सुस्ती रहती है तथा काम करने को मन नहीं करता। इसके बाद वर्षा ऋतु आती है जो कि इतनी गर्मी तथा सूखे से राहत दिलाती है। और जब बारिश की पहली बँद गिरती है तो लोगों को बड़ा आनन्द आता है। भारत में बारिश का होना भी बहुत जरूरी है क्योंकि फसलों के लिए यह अच्छा है। इससे फसलें बढ़ जाती हैं। तथा पैदावार अच्छी होती है। वर्षा होने से सभी पेड-पौधों की धूल मिट्टी उतर जाती है तथा सभी पेड़-पौधे साफ तथा हरे-भरे हो जाते हैं।

इसके बाद शीत ऋतु आती है। इस मौसम में हर जगह खिली धूप होती। तथा सभी को सूरज की धूप बहुत अच्छी लगती है। पशु, पक्षी, इंसान, भी धूप का इंतजार करते रहते हैं। सभी गर्म कपड़े पहनकर रखते हैं। काफी लोग घरों में हीटर चला कर रखते हैं। ताकि ठंड से बचा जा सके। इस मौसम में कई प्रकार की सब्जियाँ तथा कई प्रकार के फल देखने को मिलते हैं। और यह इतने सस्ते हो जाते हैं कि गरीब लोग भी इन्हें खरीद सकते हैं।

इसके बाद जिसे बसंत ऋतु कहते हैं जो कि ऋतु का राजा कहलाती है। यह फरवरी की शुरूआत में बसंत पंचमी से शुरू होती है और मार्च के अंत तक रहती है। इस मौसम में सभी पेड़-पौधे हरे-भरे होते हैं तथा प्रकृति अपनी पूरी सुंदरता बिखेरती है जो कि आँखों को बड़ी शांति प्रदान करती है। पेड़ों पर नई पत्तियाँ आ जाती हैं। हर तरफ हरियाली छाई रहती है। इस प्रकार भारत में अलग-अलग ऋतुएँ आती हैं जिनका अपना अलग-अलग महत्त्व है।

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