द्वारका में रहने वाली संगीता ने आपका परिचय पत्र डाक से लौटाया है। उसका आभार व्यक्त करते हुए पत्र लिखिए।
अभिन्न
कृष्ण गली
राम नगर।
दिनांक : 4-3-2015
सुश्री संगीता जी
सादर नमस्कार!
आपका कपा-पत्र मिला। उसमें मेरा खोया हुआ परिचय-पत्र भी था। अचानक डाक से यह पत्र पाकर मुझे खुशी और हैरानी हुई। मैं इसे पाने की आशा खो चुका था। परंतु आज की दुनिया में आप जैसे संवेदनशील और भले इनसान भी हैं, यह देखकर मेरा मन प्रसन्न हो उठा। मैं आपके प्रति कृतज्ञ हूँ। यद्यपि मेरा-आपका कोई संबंध नहीं है, फिर भी मैं आपको अपने प्रिय मित्र जैसा अनुभव कर रहा हूँ। ईश्वर करे, आपकी यह उदारता बनी रहे।
भवदीय
अभिन्न
प्रति
संगीता
503, द्वारका