गाँव से मजदूरों का पलायन
Gaon Se Maduro Ka Palayan
गाँव से किसान मजदूर शहरों की ओर पलायन कर रहे है। इसकी वजह यह है कि यहाँ न वे भरपेट खा सकते हैं और न ही आराम से सो सकते हैं। उनके पास कोई काम-धंधा नहीं है। थोड़ा-बहत किसी जमीदार के खेत-घर में काम कर लिया और हफ्ते-दस दिन में उसने दो- एक किलो गेहूँ -चावल दे दिया। लिहाजा वे गाँवों में बदतर जीवन जी रहे हैं। उनमें जिनमें जागरूकता आ गई है उन्होंने शहर का मुँह कर लिया है। शहर में आकर वे या तो अपना काम कर रहे हैं, या फिर फैक्टरियों में काम कर रहे हैं। इससे उनका जीवन सुधर रहा है। उनके बच्चे स्कूलों में पढ़ने लगे हैं। बच्चा बीमार होने पर वे सरकारी अस्पताल जाते हैं। क्योंकि गाँव से अधिक सुविधाएँ अब शहरों में मिल रही है इसलिए वे गाँव छोड़कर शहरों में बसने लगे हैं।