एक सिपाही की आत्मकथा
Ek Sipahi Ki Atmakatha
सिपाही से सभी परिचित होते हैं । इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। यह खाकी वर्दी पहनता है । इसके हाथ में एक डंडा या बन्दूक होती है। इसके सिर पर एक टोपी होती है । इसका काम कानन का पालन करना और करवाना है । यह भले आदमियों का दोस्त तथा अपराधियों का दुश्मन होता है । यह अपराधियों को पकड़कर कानून के हवाले कर देता है।
सिपाही को पुलिसवाला भी कहा जाता है । पुलिस का काम समाज में शांति बनाए रखना है । इसका काम देश के कानून का लोगों से पालन करवाना भी है । परन्तु कुछ लोग कानून तोड़ने की कोशिश में लगे रहते हैं। य लोग दंगा-फसाद, चोरी, डकैती, हत्या, अपहरण जैसे अपराध करते ही रहते हैं । पुलिसवाला ऐसे लोगों की तलाश करता है । उन्हें पकड़कर वह थाने ले आता है । थाने में उससे पूछताछ की जाती है । पूछताछ के द्वारा पुलिस असली अपराधियों का पता लगाती है । वह अपराध के कारणों की जाँच-पड़ताल करती है । शीघ्र ही उसे अदालत में पेश किया जाता है । अपराधी को सजा देने का कार्य अदालत करती है। पुलिसवाले को अदालत के आदेश का पालन करना पड़ता है।
पुलिसवाले थाने में ड्यूटी करते हैं । थाने या पुलिस स्टेशन में कई पुलिसवाले होते हैं । इन्हें थाने के अधिकारी विभिन्न स्थानों में तैनात करते है । पुलिसवाले अपराधियों के छिपने के स्थान पर छापा मारते हैं। ये पॉकेटमारों, चोरों और डकैतों को पकड़कर लोगों के जान-माल की सुरक्षा करते हैं । कभी-कभी पलिसवालों को अपराधियों से लड़ना भी पड़ता है। एसा स्थिति में उसकी जान पर बन आती है । पुलिसवाले अपनी जान पर खेलकर समाज को सरक्षा प्रदान करते हैं। वे हर समय सावधान और चौक रहते हैं।
शहरों में पुलिस यातायात व्यवस्था सँभालती है । यातायात पुलिस को चौराहों पर देखा जा सकता है । इनकी पोशाक अलग होती है । ये मुँह से सीटी बजाते हैं तथा हाथ से वाहनों को रुकने या जाने के लिए इशारा करते हैं । यातायात पुलिस ट्रैफिक जाम जैसी स्थितियों को रोकने में मदद करती है । ये दुर्घटना को रोकने में भी हमारी मदद करते हैं । हमें यातायात के नियमों का पालन कर यातायात पुलिस की मदद करनी चाहिए।
पुलिस जनता की हिफाजत करती है । अतः हमारा कर्त्तव्य है कि हम पुलिसवालों की मदद करें । जनता की मदद से पुलिसवालों को अपराधियों तक पहुँचने में आसानी हो जाती है । पुलिस और जनता के सहयोग से समाज में शांति रहती है । आम लोग स्वयं को सुरक्षित महसूस करने लगते हैं । जब जनता पुलिस की मदद करती है तो समाज में कानून और व्यवस्था की स्थापना करने में आसानी हो जाती है । पुलिस की मदद का एक सरल तरीका यह है कि लोग देश के नियमों का पालन करें तथा अपराधियों की किसी भी प्रकार की मदद न करें।
पुलिसवाले का काम काफी कठिन होता है । फिर भी उसे अधिक वेतन नहीं मिलता है । उसे पूरा-पूरा वेतन दिया जाना चाहिए । ड्यूटी करते हुए मृत्यु होने पर उसके परिवार वालों को पर्याप्त मुआवजा देना चाहिए । पुलिस का भी यह कर्त्तव्य है कि वह आम लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करे । कुछ पुलिस वाले आम लोगों के साथ बुरा बर्ताव करते हैं । यह उचित नहीं है । इससे आम लोगों की परेशानियाँ और बढ़ जाती हैं । दूसरी ओर | लोगों के बीच पुलिस की छवि भी खराब हो जाती है।