एक चुनावी सभा
Ek Chunavi Sabha
लोकसभा के चुनाव थे। सभी राजनीतिक दल अपने दल व और अपने दल की नीतियों का प्रचार प्रसार करने के लिए चुनावी सभा कर रहे थे। एक दिन मैंने सुबह दूध लेकर आते हुए एक पोस्टर देखा- नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली के रामलीला मैंदान में। शाम सात बजे।
मेरे मन में चुनावी सभा सुनने का उत्साह जागा और करीब शाम साढ़े सात बजे रामलीला मैदान पहुँचा। बहुत भीड़ थी। मुझे मैदान में खड़े होने की जगह नहीं मिली। मैं रामलीला मैदान के बराबर बनी एल.आई.सी. बिर्लडिंग के पास खड़ा हुआ। अब तक दिल्ली भाजपा के क्षेत्रीय नेता भाषण कर रहे थे। जब भाजपा नेता विजय कुमार मल्होत्रा भाषण दे रहे थे तभी मंच पर भाषण रोककर चुनावी सभा संयोजक सांसद मनोज तिवारी ने सूचना दी कि नरेन्द्र मोदी मंच पर उपस्थित हो रहे हैं। उनका आगमन सुनकर पूरी चुनावी सभा में उत्साह भर गया। जब वे मंच पर आए तो बहुत देर तक उनका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया गया। उनका लच्छेदार भाषण शुरू हुआ। एक-एक बिंदु को बहुत विस्तार के साथ समझा रहे थे। इस बीच किन्हीं उपद्रवी युवाओं ने शोर मचाने की कोशिश की पर पुलिस ने तत्काल उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। मोदी ने करीब आध घंटे तक चुनावी भाषण दिया जिसमें वर्तमान सरकार की नाकामियों व भ्रष्टाचार की बखिया उधेड़ी। दस मिनट तक बताया कि अगर हमारी सरकार बनती है तो जनता को किस प्रकार स्वच्छ प्रशासन देगी। सभा समाप्त होने से पूर्व उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाए और सभा का विसर्जन किया।