एक अग्निकांड का दृश्य
A Fire Incident
पिछले वर्ष दीपावली के एक दिन पूर्व हमारे शहर में अग्निकांड का एक भीषण दृश्य उपस्थित हो गया था। आग सबसे पहले एक पटाखे की दुकान में लगी थी। लोगों का कहना था कि बीड़ी के एक बिना बुझे टुकड़े से यह आग लगी थी। जिस समय यह आग लगी उस समय मैं माँ के साथ बाजार में था। अचानक ही सैकड़ों पटाखों और बमों के एक साथ फूटने की आवाज़ आने लगी । दुकान से आग की लपटें उठने लगीं । इन लपटों ने आस-पड़ोस की दुकानों को भी जलाना शुरू कर दिया । सब लोग दूर खड़े होकर इस अग्निकांड का भयावह दृश्य देखने लगे । कुछ साहसी लोग बाल्टियों में पानी भरकर आग बुझाने के प्रयास में जुटे थे। शीघ्र ही फायर ब्रिगेड का दल वहाँ पहुँच गया । इस-दल ने दो घंटे में आग पर पूरी तरह काबू पा लिया । इस अग्निकांड में तीन दुकानदारों की जान चली गई थी और छह मजदूर बुरी तरह झुलस गए थे । घटनास्थल पर मृतकों और घायलों के सगे-संबंधी चीख-पुकार मचा रहे थे। इस भीषण दृश्य को देखकर बहुत से लोगों की आँखें भर आई।