Dalito Par Atyachar “दलितों पर अत्याचार” Hindi Essay 300 Words, Best Essay, Paragraph, Anuched for Class 8, 9, 10, 12 Students.

दलितों पर अत्याचार

Dalito Par Atyachar

दलित वह है जिसे समाज में समरसता का अधिकार तो प्राप्त है किंतु उस अधिकार उसे उच्च वर्ग प्राप्त नहीं करने देता। दलित वर्ग अधिकतम अशिक्षित है और अपनी आवाज उच्च अधिकारियों तक पहुँचाने में असमर्थ रहता है। ऐसे समाज में उपेक्षित वर्ग के साथ उच्च वर्ग नाना प्रकार के अत्याचार करता है। उनकी महिलाओं के साथ व्यभिचार करता है, बलात्कार करता है, उन्हें समाज की मुख्य धारा से काट कर रखता है। उनको आर्थिक दृष्टि से कमजोर रखना चाहता है। उनकी उन्नति ऐसे वर्ग को पसन्द नहीं है। आए दिन ऐसी घटनाओं को अखबारों में देखा जा सकता है जिनमें दबंग वर्ग दलितों से काम करवाकर उन्हें उनका मेहनतना नहीं देता। अगर देता है तो बहुत कम जिनमें वे अपना जीवन भी ठीक से चला सकते हैं। अगर वे अपनी मेहनतना के बदले वाजिब पैसा माँगते हैं तो उनके साथ मार-पीट और अभद्र व्यवहार किया जाता है। जब भी किसी दलित के साथ गैंग रेप किया जाता है, उन पर झूठे इलजाम लगाकर जेल में बंद करवा दिया जाता है तो राजनेता और उनकी पार्टियाँ उसकी हिमायत में आकर खड़ी हो जाती हैं ताकि इस वर्ग के वे अधिक से अधिक वोट हासिल कर सकें। लेकिन सही माइने में उनकी मुश्किल हल करने के लिए कोई नहीं आता। घटनाएँ मीडिया में उछलती हैं, सत्तापक्ष के लोग उन्हें इंसाफ दिलाने की कसमें खाते हैं पर कुछ दिन बाद फिर वही पहले जैसा हो जाता है। दस-दस बारह साल की लड़कियों के साथ वासनात्मक संबंध बनाने वालों का उस समय धर्म कहाँ चला जाता है? कहाँ उनकी उच्च जाति का अभिमान चला जाता है? कैसे वे महिलाओं-युवतियों और अन्य दलितों को मामूली गनाह पर या निर्दोषों को आग में जिंदा जला देते हैं? क्यों इस किस्म के गुनाहगार हवालात में दिखावे के लिए बंद कर दिए जाते हैं और छूट जाते हैं? इस पर कोई सरकार, कोई भी न्यायिक एजेंसी का तसल्लीबश जवाब आज तक नहीं मिल पाया है।

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