आपका छोटा भाई प्रशांत वीडियो खेल खेलता रहता है। उसकी परीक्षा सिर पर है। उसे समय का महत्त्व समझात हुए वीडियो खेल के दुष्प्रभाव से बचने का परामर्श देकर पत्र लिखिए।
अलका दीक्षित
324, कृष्ण नगर
उज्जैन
27 फरवरी, 2015
प्रिय प्रशांत
स्नेह
आशा है कि तुम प्रसन्न होगे। इन दिनों तुम्हारी परीक्षाएं सिर पर होंगी। अतः तुम मन लगाकर पढ़ाई कर रह होंगे। पिछले दिनों मैंने अनुभव किया कि तुम वीडियो खेलों में आवश्यकता से अधिक रुचि लेने लगे हो। इससे तुम्हारी पढ़ाई में हानि होने की संभावना है।
प्रिय प्रशात! खेल कोई भी हो, उसमें रुचि इतनी अधिक गहरी होती है कि हम खेलते-खेलते उसमें पूरी तरह डूब जात हैं। जब थककर उबरते हैं तो पता चलता है कि हमने उसमें बहुत अधिक समय बर्बाद कर दिया। वह समय फिर-से लोटाया नहीं जा सकता। विशेषकर परीक्षा के दिनों में तुम्हें वीडियो खेलों को भल जाना चाहिए। यदि खेलना भी हो तो समय निश्चित करके और अलार्म लगाकर ही इसमें हाथ लगाना चाहिए। आशा है कि तुम खुद भी इस बात को महसूस करते होंगे। मेरा आग्रह है कि तुम अभी से वीडियो खेलों को परीक्षाओं तक त्याग दो।
तुम्हारी बहन
अलका