छात्र-अनुशासन
Chatra Anushasan
अनुशासन का अर्थ है-नियम-व्यवस्था। अनुशासन की पहली पाठशाला है-परिवार। बच्चा अपने परिवार में जैसा देखता है, वैसा ही आचरण करता है। जो माता-पिता अपने बच्चों को अनुशासन में देखना चाहते हैं, वे पहले स्वयं अनुशासन में रहते हैं। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। जो छात्र विविध आकर्षणों से भरी जिंदगी को अनुशासित कर लेते हैं, वे सफलता की सीढियों पर चढते जाते हैं। आज दुर्भाग्य से शिक्षण संस्थाओं में अनुशासनहीनता का बोलबाला होता जा रहा है। अधिकतर सरकारी विद्यालयों में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं दिखाई देती। परिणामस्वरूप पढ़ाई न करना, अध्यापकों पर कीचड़ उछालना, आपस में लड़ाई-झगड़ा करना, छेड़छाड़ में रुचि लेना आदि आम बातें हो गई हैं। इनके कारण विद्याप्राप्ति का मूल लक्ष्य ही नष्ट होता जा रहा है।
very true lines