Category: Hindi Stories
पांचों सवारों में नाम लिखाना Pancho Savaro ke Naam Likhna शहर दिल्ली के सदर दरवाजे पर कहीं बाहर से आये हुए चार सवार के थे। उन्हीं के पीछे …
पढ़ा है, गुना नहीं Padha Hai, Guna Nahi किसी राजा ने अपने पुत्र को ज्योतिष पढ़ने एक बड़े ज्योतिषी-के पास बिठाया। ज्योतिषी का और राजा का लड़का साथ …
पंचों का कहना सिर माथे, परनाला यहीं गिरेगा Pancho Ka Kahna Sir Mathe एक आदमी के आंगन में पड़ोसी का परनाला गिरता था। उसने पड़ोसी से बहुत कहा-कहाया, आरजू-मिन्नत …
पंच कहें बिल्ली तो बिल्ली ही सही Panch Kahe Billi To Billi Hi Sahi एक बनिया अपनी दुकान में सांकल लगाकर पास ही खाट बिछाकर सोया था। उसके …
नौ दिन चले अढ़ाई कोस Nau Din Chale Adhai Kos किसी ने एक पोस्ती’ पर एक मिसरा कहा, “पोस्ती ने पी पोस्त, नौ दिन चले अढ़ाई कोस।” अफीमची …
नीबू–निचोड़ Nimbu-Nichod किसी सराय में एक नीबू निचोड़ रहता था। काम उसका इतना ही था कि हाथ में एक नीबू और छुरी लिए फिरता। जहां किसी मुसाफिर को …
निन्यानवे का फेर Ninyanave Ka Pher किसी धनी सेठ के पड़ोस में एक गरीब दर्जी रहता था। उसकी रुपए-बीस आने की रोज की मजदूरी मुश्किल से बनती थी, पर …
दौलत अंधी होती है Daulat Andhi Hoti Hai समरकंद के बादशाह अमीर तैमूरलंग के पास दिल्ली में एक अंधा गवैया आया। बादशाह ने नाम पूछा। बोला, “दौलत।” बादशाह …
देखना है ऊँट किस करवट बैठता है Dekhna Hai Unth Kis Karvat Baithta Hai काइ कुंजड़ा और कुम्हार गांव में पास-पास रहते थे। बाजार में दोनों को अपना मान …
दिल्ली में बारह वर्ष रहे Delhi me Barah Varsh Rahe आदमी को दिल्ली में बारह बरस बिताने के बाद संयोग से देहात में जाना पड़ा। से अपने दिल्ली …