Category: Hindi Stories
सिर मुंड़ाते ही ओले पड़ना Sir ke Mundte hi Ole Padna एक दिन अचानक बारिश हो गई। दादाजी बाहर से भीगते हुए आए और बोले-“आज हमारे पिछवाड़े तिलकराज …
साँप भी मर जाए लाठी भी न टूटे Saanp bhi mar jaye aur Lathi bhi na Tute रविवार का दिन था। घर में सब लोग एक साथ बैठकर नाश्ता …
लालच बुरी बला है Lalach Buri Bala Hai निबंध नंबर : 01 अमर, लता और उनके मम्मी-डैडी एक शादी समारोह में गए थे। वहाँ से खाना खाकर घर लौटे …
रस्सी जल गई मगर बल नहीं गया Rassi Jal Gai Magar Bal Nahi Gya एक दिन शाम को सब लोग एक साथ बैठकर चाय पी रहे थे। अमर …
मुँह में राम बगल में छुरी Muh me Ram Bagal me Churi अमर ने स्कूल से आकर दादाजी को बताया-“दादाजी, हमारी क्लास में एक लड़का है। उसका नाम है …
मान न मान, मैं तेरा मेहमान Maan ne Maan Mein Tera Mehman अमर के पापा ऑफिस से आए और दादाजी से बोले-“बाबूजी, आज मेरे साथ एक अजीब घटना …
भैंस के आगे बीन बजाना Bhains ke Agae Been Bajana एक दिन अमर और लता दादीजी के पास बैठे बातें कर रहे थे। बाहर से दादाजी आए और बोले-“आज …
बूंद-बूंद करके घड़ा भरता है Bund Bund karke Ghada Bharta hai लता दौड़ती हुई दादाजी के पास आई और बोली-“दादाजी, आपको पता है, मेरी गुल्लक में कितने पैसे जमा …
बहती गंगा में हाथ धोना Behti Ganga me Hath Dhona दाजी बाहर से आए और दादीजी से बोले-“अरी भागवान, हमारे घर के पीछे पार्क में आँखों के मुफ्त …
बच्चा बगल में, ढिंढोरा शहर में Bagal me Bachha Shahar me Dhindhora एक दिन दादाजी अपना चश्मा हूँढ़ते-ढूंढ़ते परेशान हो गए। उन्होंने एक-एक करके सबसे पूछा-“अरे भई, किसी …