Category: Hindi Stories
जिस धन को व्यय न करना पड़े, वह तो भार के समान है Jis dhan ko vyay na karna pade vah to bhar ke saman hai किसी गांव में …
हर प्राणी अपने आप में अनूठा होता है Har Prani apne aap me Anutha hota hai एक गिलहरी पर्वत के समीप खेल रही थी। जिस तरह वह उछल-कट कर …
शेर और चूहा Sher aur Chuha गर्मियों की तपती दोपहर थी। एक शेर ने तय किया कि वह बड़े से पेड की घनी छांह में आराम करेगा। वह उसके …
लोमड़ी और जंगली बिल्ली Lomdi aur Jangli Billi एक लोमड़ी भोजन की तलाश में जंगल में भटक रही थी। तभी उसकी नजर एक जंगली बिल्ली पर गई। उसे भी …
मक्कार भेड़िया Makkar Bhediya एक भेडिया बहुत देर से जंगल में खाने के लिए कुछ खोज रहा था। वह बहुत देर तक भटकता रहा पर उसे खाने को कुछ …
कबूतर Kabootar किसी राज्य में एक किसान के पास धरती का एक टुकड़ा था। वह वहां खेती करके प्रसन्न नहीं था। उसके खेत में पेड़ पर एक कौआ रहता …
विनम्रता बहुत बड़ा गुण है Vinamrata bahut bada gun hai एक नाले के पास ही बलूत का बड़ा सा पेड़ था। उसका तना बहुत विशाल व मजबूत था। उसकी …
भेड़िया व शेर Bhediya aur Sher गर्मियों के दिन थे, एक भेड़िया जंगल में अपने शिकार की तलाश में भटक रहा था। अचानक ही उसे एक साफ मैदान में …
राजा की कटी अंगुली Raja ki Kati Ungali बहुत दूर, किसी राज्य में एक राजा राज करता था। उसका मंत्री बहन बुद्धिमान था। दरबार की कार्यवाही समाप्त होने के …
प्यासा कौआ Pyasa Koa आकाश में तपती दोपहर का सूरज चमचमा रहा था। ऐसा लगता था, कि धरती पर सारा जीवन ही समाप्त हो गया हो। सभी इस चिलचिलाती …