Bharat me Bal Shramik Samasya “भारत में बाल-श्रमिक समस्या” Essay in Hindi, Best Essay, Paragraph, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 Students.

भारत में बाल-श्रमिक समस्या

Bharat me Bal Shramik Samasya 

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बाल-श्रमिक का अर्थ है-किसी बच्चे का बचपन में ही मजदूर हो जाना। बच्चे कोमल होते हैं। पढ़ना-लिखना और निश्चित खेलना उनका मौलिक अधिकार है। बचपन में उनके कंधों पर कमाई-धमाई का बोझ नहीं डालना चाहिए। ऐसा करना उनके मौलिक अधिकार पर ही कुठाराघात है। भारत एक गरीब देश है। यहाँ के निवासियों में से अनेकअभागे लोग दो समय का भोजन भी नहीं जुटा पाते। इस स्थिति में बच्चों के माँ-बाप उन्हें पैदा होते ही कमाने के लिए भेज देते हैं। यह समस्या बहुत कठिन है। यह तब तक दूर नहीं हो सकती, जब तक कि देश से गरीबी औरभूखमरी दूर नहीं होती। बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना, बचपन में शिक्षा को अनिवार्य बनाना, इसके लिए देश की मानसिकता तैयार करना तथा बाल-श्रमिकों पर सख्त कदम उठाना ही कुछ कारगर उपाय हो सकते हैं।

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