बेरोजगारी
Berojgari
बेरोजगारी का अर्थ है-आजीविका के लिए साधन का न होना। भारत में बेरोजगारी अनेक प्रकार की है। यहाँ जितनी जनसंख्या है, उतनी मात्रा में नौकरियाँ नहीं हैं। नौकरियाँ भी योग्यता के अनुसार नहीं हैं। कुछ लोगों की आजीविका वर्षभर के लिए न होकर कुछ महीनों के लिए होती है। सब प्रकार की बेरोजगारी युवकों को निराश और हताश करती है। न चाहते हुए भी थक-हारकर अपराध-जगत की ओर भटक जाते हैं। उन्हें पेट भरने के लिए गलत रास्ते चुननेपड़ते हे। नक्सलवाद हो या आतकवाद-सबके पीछे बेरोजगारों की भूमिका अवश्य होती है। यह समस्या सब समस्याओंकी जननी है। इस रोकने का सबसे अधिक महत्त्व दिया जाना चाहिए। उन्नत देशों में लोगों को बेरोजगारी भता मिलताहै, जिससे उनका निर्वाह हो जाता है। भारत में ऐसे उपायों के अतिरिक्त रोजगार के अवसर बढ़ाने की ओर अधिकध्यान देनाचाहिए।