आधुनिक जीवन में कंप्यूटर का महत्व
Adhunik Jeevan mein Computer ka Mahatva
आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान के क्षेत्र में ऐसे-ऐसे आविष्कार हो चुके है, कि मनुष्य उन्हें देखकर दाँतों तले अंगुली दबा लेता है। उनकी चकाचौंध देखकर आज का मानव स्तब्ध रह जाता हैं कंप्यूटर का आविष्कार वैज्ञानिक चमत्कारों में एक ऐसा ही चमत्कार है, जिसने मानव-जीवन को सरल एवं सुखद बना दिया है।
गणनाओं की जटिलता को देखते हुए वैज्ञानिकों ने यह सोचा कि क्यों न गणनाओं के लिए मशीन का आविष्कार किया जाए। मशीन द्वारा गणना कर सकने की युक्ति आज से लगभग 350 वर्ष पुरानी है। सन् 1662 में फ्रांस के एक गणितज्ञ ब्लेज पासकल ने सर्वप्रथम जोड़ करने की एक मशीन का आविष्कार किया और वह आजीवन उस मशीन को आधुनिक कंप्यूटर का रूप देने का प्रयास करता रहा परंतु सफल न हो सका। आधुनिक कंप्यूटर बनाने का श्रेय विद्युत अभियंता पी. इकरैअ, भौतिक शास्त्री जाहन डब्ल्यू, मैकली तथा गणितज्ञ जी. वी. न्यूमैन को है। इन तीनों ने पारस्परिक सहयोग द्वारा सन 1944 में एक मशीन का आविष्कार किया, जिसका नाम इलेक्ट्रॉनिक बिर इंटीमेटर एंड कंप्यूटर रखा गया। वर्ष 1952 में इस मशीन का सुधरा हुआ रूप बाजार में आया। इलेक्ट्रॉनिक्स की प्रगति के फलस्वरूप एक के बाद एक अधिक कार्यक्षमता वाले कंप्यूटर बनने लगे। तत्पश्चात् उसके आकार पर भी नियंत्रण किया गया और आशा की गई कि आने वाले काल में इनका आकार 100 से 1000 वे भाग तक कम हो जाएगा।
कंप्यूटर वस्तुतः एक ऐसी मशीन है, जो जोड़ने, घटाने गुणा करने और भाग करने जैसी क्रियाओं की बड़ी शीघ्रता से और शुद्धता के साथ करती है। तदर्थ कंप्यूटर में कार्य-निर्देश इस प्रकार के होते है, जैसे-किस में क्या जोड़ना है. क्या पढ़ना है, क्या लिखना है, आदि। कार्य-निर्देशों को पढ़ता है और अपनी स्मृति में बैठा लेता है। पुनः वह कार्यक्रम के अनुसार काम करता है।
हमारे आर्थिक, वैज्ञानिक, युद्ध, ज्योतिष, कला, मौसम, इंजीनियरिंग, चिकित्सा आदि सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर का प्रयोग हो रहा हैं, आर्थिक जीवन में तो इसने क्रांति ही उत्पन्न कर दी है। बैंकों तथा विभिन्न फर्मों के खातों के संचालन और हिसाब-किताब में इसका काफी प्रयोग किया जा रहा है। बड़े-बड़े उद्योग प्रायः अपना सारा काम कंप्यूटर की मदद से करते हैं तथा अन्य इलैक्ट्रीकल वस्तुओं के उत्पादन में कंप्यूटर का अधिकाधिक उपयोग हो रहा है। बड़े-बड़े कारखानों में मशीनों को चलाने में कंप्यूटरों की सहायता ली जा रही है। अब रोबोट (लोहापुरूष) कंप्यूटरों की सहायता से ऐसी मशीनों को चला सकते हैं, जिसका संचालन मनुष्य नहीं कर सकते, युद्ध के क्षेत्र में अस्त्र-शस्त्रों को चलाने में कंप्यूटरों की सहायता ली जा रही है। मिसाइल छोड़ने में कंप्यूटरों का प्रयोग किाय जाता है। इसी प्रकार से भारी तोपों, हेलीकॉप्टरों, समुद्री जहाजों, वायुयानों और पन-डुब्बियों के संचालन में भी इनका प्रयोग किया जा रहा है।
आज मानव-जीवन का ऐसा कोई क्षेत्र नही बचा. जहां इसकी उपयोगिता न हो। रेल और वायुयान यात्रा के लिए टिकटों के आरक्षण की सुविधा कंप्यूटर से सुलभ हो गई हैं। भारत में भी इनका उपयोग किया जाने लगा है। विशेषकर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े-बड़े नगरों में रेलवे स्टेशनों पर निरंतर कंप्यूटर काम कर रहे हैं। इसी प्रकार से परीक्षा परिणाम, चुनाव परिणाम, वैज्ञानिक शोध, अनुसंधान-कार्य, मौसम की जानकारी आदि क्षेत्रों में कंप्यूटरों का प्रयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो रहा है।
कंप्यूटर निश्चय ही आधुनिक यंत्र मानव है। इनके द्वारा मानव-जीवन में एक नया मोड़ आ गया हैं। भारत जैसा विकासशील राष्ट्र भी कंप्यूटर के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। यद्यपि आरंभ में कुछ लोगों द्वारा इसका विरोध भी किया गया, परंतु अब यह प्रत्येक क्षेत्र में आश्चर्यजनक परिणाम दे रहा है।