जन्म-दिवस के उपलक्ष्य में बधाई-पत्र।
216, डबल स्टोरी
लाजपत नगर।
नई दिल्ली।
दिनांक 9 मई, 200….
प्रिय मित्र सुधीर,
सप्रेम नमस्ते।
आज ही मुझे तुम्हारे जन्म-दिवस के उपलक्ष्य में निमंत्रण पत्र प्राप्त हुआ। यह जानकर अति प्रसन्नता हुई कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी तुम अपना जन्म-दिन बड़ी धूम-धाम से मना रहे हो।
परसों तुम्हारा जन्म-दिन है। कितना सौभाग्यशाली दिन है यह! सारे इष्ट मित्र इस अवसर की शोभा होंगे। ‘जन्म दिन की बधाई हो’ की गूंज वातावरण में गूंज रही होगी। नवीन उपहारों से सभी शुभ कामनाएँ प्रदान कर रहे होंगे। इस शुभ बेला में मेरा अभाव होगा, क्योंकि उस दिन मेरी परीक्षा है। सारे वर्ष का परिश्रम है। परीक्षा का हमारे लिए कितना महत्तव है, यह तुम भी भली-भाँति जानते हो।
मेरे अभिन्न मित्र! इस अवसर के आनंद का मैं भागी न हो सकूँगा, मुझे भी इसका खेद है, पर विवशता है। अतः दीर्घायु की कामना पत्र द्वारा भेज रहा हूँ। आशा है, स्वीकार करोगे।
पूज्य चाचाजी व चाचीजी को सादर चरण वंदना।
तुम्हारा अभिन्न हृदय
अमित।