“Binary Variables”, “Binary Code Conversation”, “Binary Device”, “Binary Digit”, “Binary File”, “Binary-to-Decimal Conversion”,
Binary Variables–दो मूल्यों में से किसी एक को अस्थिर मानना (सत्य या गलत, 1 या 0)
Binary Code Conversation-बाइनरी कोड उसे कहते हैं जिसमें डेटा को बाइनरी नम्बर सिस्टम में परिवर्तित किया जाता है। इसे निम्न उदाहरण से स्पष्ट किया गया है । 1 45 1 2 122 0 2 1 11 0 । 2 1 5 1 ।2 120 | 0 = 1011001
Binary Device–बाइनरी सिद्धान्त पर कार्य करने वाले उपकरणों को Binary Device कहते हैं। प्रायः सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इसी सिद्धान्त पर कार्य करते हैं।
Binary Digit-0 और 1 को Binary Digit कहते हैं।
Binary File-एक प्रकार की फाइल जिसमें सूचनाएँ बाइनरी कोड में लिखी होती हैं और इनका आधार बाइनरी नम्बर सिस्टम होता है। इण्टरनेट के सन्दर्भ में ग्राफिक्स, आवाज और स्प्रेड शीट जैसी सूचनाएँ जिस नॉन टेक्स्ट फाइलों में स्टोर हों, बाइनरी फाइल कहलाती हैं।
Binary-to-Decimal Conversion– वह प्रक्रिया जिसमें बाइनरी नम्बर को दशमलव में बदलते हैं।