हाल ही में आपके शहर में सामाजिक शांति भंग हुई है। इस घटना तथा इसके संभावित कारणों के बारे में जिक्र करते हुए और सामाजिक सामंजस्य स्थापित करने के उपाय सुझाते हुए अपने मित्र के पास पत्र लिखिए।
परीक्षा भवन,
29 अक्टूबर,
प्रिय रमेश,
इस माह की 15 तारीख को मिले तुम्हारे पत्र के लिए हार्दिक धन्यवाद। हाल ही में अपने शहर में गंभीर सामाजिक अशांति फैलने के कारण समय पर जवाब न दे सकने के लिए मुझे दुःख है। इस मामले ने शहर क्षेत्र और प्राधिकारों में तनाव उत्पन्न कर दिया था। साम्प्रदायिक दंगा के प्रारंभ होने के कारण कर्फ्यू लगा दिया गया था जिससे दो सप्ताहों तक शहर के क्रियाकलापों में गतिरोध उत्पन्न हो गया था।
लोगों के दबाव में क्षेत्र के पूर्व एस.एच.ओ. श्री ख को अल्पसंख्यक समुदाय की लड़की से बलात्कार मामले को दर्ज न करने की अनियमितताओं के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस लड़की का बलात्कार बहुसंख्यक समुदाय के कुछ सड़क छाप रोमियो ने किया था। यह कहा जाता है कि निरीक्षक ग और उसके सहकर्मियों ने बलात्कार मामले को दर्ज करने में अनदेखी कर दी थी। बदले में, उन्होंने लड़की को ही दोषी ठहराया था और सार्वजनिक स्थल पर अश्लील व्यवहार में लिप्त होने के लिए आरोप तैयार किया था। इस घटना ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को क्रोधित कर दिया जिनकी जनसंख्या इस क्षेत्र में अधिक है और कुछ राजनीतिक प्रभाव भी है।
घटना के बाद शाम को क्षेत्र में फैली अफवाह के फलस्वरूप 5000 लोगों की भीड़ सड़क पर आ गई और सरकारी सम्पत्ति पर हमला बोल दिया। कॉलोनी में कुछ क्षेत्र से चाकू से घायल करने की घटना भी प्रकाश में आई। जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती मालूम हुई. तो जिला उपायुक्त स्वयं स्थिति का मूल्यांकन करने क्षेत्र के दौरे पर आए और उपयुक्त एहतियाती उपाय करने की आज्ञा दी।
पुलिस की सतर्कता शाखा की सहायता से उनके द्वारा की गई जाँच में बलात्कार का मामला दर्ज करने के बदले सार्वजनिक अश्लीलता अधिनियम के तहत लड़की को दर्ज करने में निरीक्षक ‘ग’ के अपराध की पुष्टि हुई जिसका अनुश्रवण न्यायालय के दंडाधिकारी द्वारा किया जा रहा था।
यह भी आरोप है कि स्थानीय पुलिस की मौन सहमति से सरकारी भवन में लड़की का बार-बार बलात्कार किया गया था। कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि निरीक्षक ‘ग’ के आदेश पर उसके विरुद्ध मामला दर्ज करने के बाद पुलिस स्टेशन के सिपाहियों द्वारा भी उसका बलात्कार किया गया था। उपायुक्त दोनों समुदायों के बुजुर्ग व्यक्तियों के सहयोग से और वादे के साथ अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को अपराधियों के सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव के बावजूद उन्हें सजा देने का आश्वासन देकर उन्हें समझाने और स्थिति को नियंत्रण में लाने में सफल हुए।
कानून के प्रति निष्ठा रखने वाले सभी नागरिक उपायुक्त की निष्पक्षता और व्यक्तिगत ईमानदारी की प्रशंसा कर रहे हैं जिन्होंने इस परंपरागत रूप से शांतिपूर्ण क्षेत्र को बड़े साम्प्रदायिक दंगा से बचा लिया।
मैं समय-समय पर इस मुकदमे की प्रगति से तुम्हें अवगत कराता रहूँगा।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा सच्चा मित्र,
(क)