दैनिक हिंदुस्तान के संपादक के नाम पत्र लिखकर दिल्ली में बिजली के संकट और उससे उत्पन कठिनाइयों का वर्णन कीजिए।
सेवा में
संपादक महोदय
दैनिक हिंदुस्तान
कस्तूरबा गांधी मार्ग
नई दिल्ली-110 001
निमय : बिजली के संकट और उससे उत्पन्न कठिनाइयों के संबंध में।
श्रीमान जी
मैं आपके लोकप्रिय पत्र के माध्यम से दिल्ली विद्युत प्रदाय संस्थान के अधिकारियों तक दिल्ली में बिजली संकट से उत्पन्न कठिनाइयों को पहुंचाना चाहता हूँ। कृपया अपने समाचार पत्र में इस पत्र को उचित स्थान देने का कष्ट करें।
दिल्ली की जनता को आए दिन बिजली संकट का सामना करना पड़ता है। समझ में नहीं आता कि विद्युत संस्थान के अधिकारी जनता की इस भारी कठिनाई की ओर ध्यान क्यों नहीं देते। दिल्ली में गर्मी भी तो कम नहीं पड़ती। इन मई-जून के महीनों में सारा-सारा दिन जब बिजली नहीं रहेगी तो कैसे रहा जाएगा। कूलर, रेफ्रिजरेटर और पंखों के युग में क्षणभर के लिए भी बिजली का अभाव बेचैन बना देता है। आज के युग में तो बिजली के बिना जहाँ पलभर भी साँस लेना मुश्किल हो जाता है वहाँ घंटों बिजली का न होना कैसा जुल्म ढा सकता है यह आप समझ सकते हैं। यह स्थिति केवल घरों की ही नहीं है, बाजारों में भी बिना बिजली के बुरा हाल है। कितनी शोचनीय स्थिति है कि शाम के समय जब चाँदनी चौक, कनॉट प्लेस और अजमल खाँ रोड जैसे दिल्ली के भरे-पूरे बाजारों में लाखों का लेन-देन हो रहा होता है तो रोशनी गायब हो जाती है और घंटों तक अंधकार बना रहता है। अचानक बिजली फेल हो जाने से डाके-चोरी का भी डर रहता है। बिजली के अभाव में विद्यार्थियों की पढ़ाई भी ठीक से नहीं हो पाती, जिसका दुष्परिणाम उनके परीक्षाफल पर पड़ना स्वाभाविक है।
बिजली की व्यवस्था एक आवश्यक सेवा है। यह जानते हुए इस विभाग के अधिकारी ठीक प्रकार से अपने कर्तव्य का पालन नहीं करते। बिजली विभाग के कर्मचारियों को जनता के हित को ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्य के प्रति विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए।
भवदीय
रवींद्र शर्मा
अध्यक्ष जन-जागरण मंच,
पश्चिम विहार, नई दिल्ली
दिनांक : 16 जून 20…..