निर्मलजीत सिंह सेखों, ‘फ्लाइंग ऑफिसर’
Nirmal Jit Singh Sekhon
भारतीय सैन्य अधिकारी
जन्म: 17 जुलाई 1945, लुधियाना
मृत्यु: 14 दिसंबर 1971, श्रीनगर
- जन्म : 17 जुलाई, 1945रूरखा इसेवाल, (पंजाब)
- फ्लाइंग अफसर निर्मलजीत सिंह सेखों, वारंट अफसर टी.एस. सेखों के पुत्र थे।
- 4 जून 1967 को उन्हें भारतीय वायु सेना में कमीशन मिला।
- फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों, पीवीसीभारतीय वायु सेना के एक अधिकारी थे।
- सन् 1971 के भारत-पाक युद्ध में फ्लाइंग अफसर निर्मलजीत सिंह सेखों उस नैट टुकड़ी के पायलट थे, जो पाकिस्तानी हवाई हमलों से कश्मीर घाटी की सुरक्षा के लिए तैनात की गई थी।
- 14 दिसंबर, 1971 को शत्रु के छः सेबर विमानों ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर एक साथ हमला बोल दिया। फ्लाइंग अफसर सेखों अपने वायुयान में लैस बैठे थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए आक्रमण के दौरान ही उड़ान भरी और शत्रु सेना के एक विमान को आग लगाकर, दूसरे विमान को अपना निशाना बनाया।
- इसी बीच वह शत्रु के चार सेबरों से घिर गए। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और शहीद होने तक इन विमानों से युद्ध करते रहे।
- उन्हें मरणोपरांत ‘परमवीर-चक्र’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पाने वाले वे एकमात्र वायुसेना अफसर हैं।
- वे पीवीसी से सम्मानित होने वाले भारतीय वायु सेना के एकमात्र सदस्य हैं।
- फ्लाइंग ऑफिसर सेखों के अवशेष और उनके विमान के दुर्घटनास्थल का सही स्थान अभी भी अज्ञात है।