जीवतराम भगवानदास कृपलानी
J. B. Kripalani
(भारतीय राजनीतिज्ञ)
जन्म: 11 नवंबर 1888, हैदराबाद, पाकिस्तान
मृत्यु: 19 मार्च 1982, अहमदाबाद
- श्री जीवतराम भगवानदास कृपलानी गांधी जी के अनन्य अनुयायी थे। उनकी शिक्षा मुंबई और पूना में हुई। प्रारंभ से ही शिक्षा के साथ-साथ उनका रुझान राजनीति में भी था।
- वे अरविंद घोष के लेखन और ‘बम-राजनीति’ से प्रभावित होते थे।
- मुज़फ्फरपुर के भूमिहार कॉलेज में अध्यापन के दौरान वे गांधीजी के संपर्क में आए।
- नौकरी छोड़ दी और देश-सेवा में लग गए। सन् 1920 के असहयोग आंदोलन में भाग लेने के लिए एक बार फिर उन्होंने विश्वविद्यालय को छोड़ा। आंदोलनों में भाग लेने के कारण अनेक बार जेल गए।
- मेरठ में गांधी आश्रम’ की स्थापना की। सन् 1922 में गुजरात विद्यापीठ के प्रधानाचार्य बने और तभी से ‘आचार्य’ कहलाने लगे।
- सन् 1934 से 1940 तक कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला। संविधान सभा के सदस्य रहे।
- सन् 1951 में नीतिगत विरोधों के कारण पार्टी छोड़ दी और कृषक मजदूर प्रजा पार्टी बना ली। बाद में समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हो गए।
- 1957 से 1962 तक लोकसभा के सदस्य रहे।
- उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं।
- 19 मार्च, सन् 1982 को श्वाँस और हृदय-विकार के कारण उनका निधन हो गया ।