हिंदी निबंध – “संपन्न भारत”
Hindi Essay – “Sampann Bharat”
भारत दो साल से ज्यादा पराधीन रहा लेकिन स्वतंत्रता के बाद राजनेताओं ने अथक परिश्रम कर इसे संपन्न बनाया। देश को संपन्न बनाने में जिन नेताओं ने योगदान दिया उनमें परम पूज्य महात्मा गाँधी, सरदार पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीलाल बहादुर शास्त्री, श्रीमती इंदिरा गाँधी, जयप्रकाश नारायण और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का योगदान अविस्मरण कहा जाएगा।
महात्मा गाँधी ने राष्ट्रनिर्माण में अपूर्व योग दिया। उन्होंने देश को सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया। दलितों से प्रेम करना सिखाया। भारतवासियों में सांप्रदायिक एकता का मंत्र फूंका। सर्वधर्मसमभाव के दर्शन करवाए। गाँवों में कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया। शहरों में स्वदेशी वस्तुओं को स्वीकार करने पर बल दिया। उपदेश से अधिक आचरण पर बल दिया। दश विभाजन के बाद मस्लिम प्रांतों को मिलाकर पाकिस्तान बनाया जा चुका था तब भी गाँधी जी ने उन्हें अपनाया। देश को धर्मनिरपेक्षता का मंत्र दिया। भारत के औद्योगिक विकास का श्रेय पंडित जवाहर लाल नेहरू को जाता है। देश को आत्म निर्माता को दिशा में अग्रसर करने के लिए उद्योग-पथ को अपनाना अनिवार्य था। यह कार्य नेहरू जी ने किया। बड़े-बड़े बाँधों का निर्माण किया। पन बिजली परियोजनाएं शुरू की। लोहे इस्पात और रासायनिक खाद्य कारखानों का जाल बिछाया। देश को परमाणु शक्ति से संपन्न बनाया। भारत का निधनता और निरक्षरता, अन्धविश्वास और अज्ञानता, रूढिग्रस्तता, बीमारी, भूख को जड़मूल स उखाड़न कल शान व प्रायोगिकी की आवश्यकता है। इस दृष्टि से जो देश में प्रगति हुई उसका श्रेय नेहरू जी को ही है। उनके दिखाए मार्ग पर आज भी राजनेता चल रहे हैं। देश संचालन में संविधान का महत्त्व है। इसका श्रेय डॉ. राजेन्द्रप्रसाद को जाता है। इसके साथ-साथ विधानसभा निर्मात्री सात सदस्यीय समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर को जाता है। यह संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इस संविधान पर देश खडा है। संविधान का पालन करते हुए हम प्रगति की ओर निरन्तर बढ़ रहे हैं। राजनेताओं में लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भी देश के निर्माण में योगदान दिया। एक ओर विनोबा का शिष्य बनकर उन्होंने भूदान तथा सर्वोदय द्वारा भूमिहीन किसानों, दलितों, पिछड़े वर्गों का उत्थान किया तो दूसरी ओर 14 अप्रैल 1972 को चंबल घाटी के बर्बर दस्युओं को आत्मसमर्पण करवाया। उन्हें सुनागरिक बनने की ओर प्रेरित किया। अप्रैल 1974 में संपूर्ण क्रान्ति का नारा दिया और देश के मदांध राजनेताओं को जागरूक किया। जनता पार्टी का जन्म इसी संपूर्ण क्रान्ति का सुपरिणाम था। नेहरू जी के बाद देश को संपन्न करने में प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री का योगदान रहा। उन्होंने ‘जय जवान जय किसान’ के नारों से भारत में नया उत्साह भरा। श्रीमती इंदिरागांधी ने देश की चहुमखी उन्नति की। देश को आत्मनिर्भर बनाने में उद्योगों का जाल बिछाया। दूसरी और शिक्षा का स्तर उठाने के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन खड़ा किया। परिवार नियोजन पर बल दिया। प्रधानमंत्री राजीत, गांधी ने इंदिरा जी की नीतियों को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रसाद सिंह ने छोटे किसानों के दस हजार रुपये तक ऋण माफ किए। वैज्ञानिक प्रगति की ओर विशेष बल दिया। नरसिंहराव ने बहुद्देश्यीय कंपनियों को भारत में निमंत्रण दिया ताकि देश को साधन संपन्न बनाया जा सके। अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्रीकाल में परमाणु परीक्षण कर दुनिया को दिखाया कि भारत सैन्यशक्ति से भी पूर्ण संपन्न है। कारगिल विजय द्वारा देश के स्वाभिमान को गौरवान्वित किया। विदेशी पूंजी तथा तकनीक का स्वागत कर देश की आर्थिक स्थिति मजबूत की। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने इंदिरा जी की नीतियों से देश को आगे बढ़ाने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेशों में भारत का मान बढ़ाया। आज पूरा विश्व भारत को एक महत्त्वपूर्ण देश मानता है। उन्होंने गरीबों के लिए अनेक योजनाएँ तैयार की हैं। जैसे प्रधानमंत्री जन बीमा सुरक्षा योजना, किसान फसल बीमा योजना आदि। इसके अतिरिक्त प्रत्येक विभाग में निरंतर उन्नति की जा रही है। भारत आज संपन्न होता जा रहा है। वह अनेक हथियारों को भारत में ही निर्माण करने के लिए प्रयासरत है। इससे देश के लोगों को अनेक रोजगार मिलने की संभावना है।