राजनीति में फैले भ्रष्टाचार पर चिंता व्यक्त करते हुए उसे कम करने के सुझाव देते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखें।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त,
निर्वाचन आयोग,
नई दिल्ली।
विषय : राजनीति में बढ़ते भ्रष्टाचार के संबंध में।
मान्यवर,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान राजनीति में बढ़ते भ्रष्टाचार की ओर इंगित करना चाहता हूँ। आज राजनीति में भ्रष्टाचार ही देश व समाज की दुर्दशा का मूल है और इसका प्रमुख कारण है-अयोग्य एवं अपराधी प्रवृत्ति वाले राजनीतिज्ञों को चुनाव लड़ने का अवसर देना।
आज ऐसे कितने ही राजनीतिज्ञ हैं, जिन पर अपराधों, घोटालों एवं भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हैं; परंतु आश्चर्य है कि उन्हें आज तक सजा नहीं हुई। ऐसे लोग न केवल खुले घूम रहे हैं बल्कि चुनावों में टिकट प्राप्त कर जीत भी जाते हैं। चारा घोटाला इसका ज्वलंत उदाहरण है और हाल में सामने आए राष्ट्रमंडल खेलों के पोरन तथा स्पैक्ट्रम घोटाले में अनेक राजनीतिज्ञों का नाम आया है। मेरा आपसे अनुरोध है कि यदि निर्वाचन आयोग ऐसे भ्रष्टाचारी लोगों को अयोग्य घोषित कर दें और उन पर चल रहे मुकदमों के फैसले आने तक उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दें, तो निश्चय ही राजनीति में पनप रहे भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकेगा तथा समाज व देश की दशा में सुधार होगा। यह अधिकार केवल निर्वाचन आयोग को ही है कि वह सही प्रत्याशी को ही चुनाव लड़ने का अधिकार दे। ये विचार मेरे अकेले के नहीं अपितु हर उस नागरिक के हैं जो भ्रष्टाचार के कारण पीस रहा है।
आशा है आप मेरे विचारों को गंभीरतापूर्वक लेंगे और उचित कदम उठाएँगे।
सधन्यवाद।
भवदीय, क०ख०ग०
दिनांक : 16.11 20…