झुग्गी-झोंपड़ी बस्ती में आवश्यक जन-सुविधाओं की अव्यवस्था का उल्लेख करते हुए अमित चौधरी, निवासी 7/77, न्यू कॉलोनी, वैशाली की ओर से नवभारत टाइम्स के संपादक को पत्र लिखिए।
सेवा में
संपादक महोदय
दैनिक नवभारत टाइम्स
पटना
मान्यवर
आपकं लोकप्रिय तथा प्रमुख समाचार-पत्र के माध्यम से मैं झुग्गी-झोपड़ियों की जन-सुविधाओं के बारे में अपने कुछ विचार पाठकों तक पहुँचाना चाहता हूँ। आशा है, आप मेरे इन विचारों को अपने समाचार-पत्र में स्थान देने की कृपा करेंगे।
वैशाली की झुग्गी-झोपड़ियाँ अत्यंत शोचनीय स्थिति में हैं। सबसे अधिक शोचनीय बात यह है कि ये झुग्गियाँ गंदगी के ढेरों में बदल गई हैं। गैर-कानूनी रूप से बसने के कारण इनमें किसी प्रकार की जन-सुविधा नहीं है। न हो शौचालय हैं, न जल, न बिजली, न पक्के मार्ग, न सड़कें। इनमें रहने वाले लोग कीड़े-मकोड़ों की जिंदगी जीते हैं। उनकी झुग्गियाँ गंदगी नसके आसपास बसी है। ये रोज और अधिक गंदगी पैदा कर देती हैं। शौचालय और सीवर-व्यवस्था न होने के कारण गंदगी और जमा हो जाती है। इससे बचने का एकमात्र मार्ग यह है कि इनकी समस्याओं में रुचि ली जाए। गंदगी कम करने की और पानी की निकासी की कुछ सुविधाएँ प्रदान की जाएँ। आशा है, प्रशासन इस ओर ध्यान देगा।
भवदीय
अमित
7/77, न्यू कॉलोनी
वैशाली
दिनांक : मार्च 13, 2015