हमारी नदियाँ और हम
Hamari Nadiyan aur Hum
भारत जलवती नदियों का देश है। यहाँ की प्रमुख नदियाँ वर्ष-भर जल से आपूर्ण रहती हैं। गंगा, यमुना, कावेरी, नर्मदा, सिंधु, सतलुज, व्यास आदि नदियों का जल अमृत के समान माना जाता है। ये भारत की कृषि की आधार हैं। इन्हीं की कृपा से देशवासियों को अन्न-जल मिलता है। गंगा और यमुना का क्षेत्र भारत में सबसे अधिक उपजाऊ माना जाता है। इस क्षेत्र के निवासी किसान हैं और खुशहाल हैं। इसलिए भारतवासी नदियों को माँ के समान पूज्य मानते हैं। गंगा को तो गंगा मैया कहकर ही पुकारा जाता है। इसलिए देश-भर के वासी गंगा के तटों पर मेले लगाते हैं, उत्सव मनाते हैं, अपने दुख-सुख प्रकट करते है और अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। जन्म पर मुंडन संस्कार हो या मृत्यु पर अस्थियों का विसर्जन सब समय नदियों को याद किया जाता है। हम सभी को चाहिए कि हम इन्हें माता के समान पवित्र रखें, इन्हें अपनी भोगभूमि न बनाएँ।