फिरौती और अपहरण की समस्या
Firauti aur Apharan ki Samasya
आज भारत में अपहरण और फिरौती की घटनाएँ आम हो गई हैं। आजकल राजनीति और अपराध-जगत का गठबंधन हो गया है। जो अपराधी अपहरण और फिरौती किया करते थे, वे स्वयं राजनीति में आ गए हैं। इसलिए उन पर कोई अंकुश नहीं रहा। आज काफी बड़ी संख्या में अपराधी संसद में पहुँच गए हैं। दूरदर्शन और फिल्में मानो अपराधियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र बन गई हैं। अधिकतर अपराधी अपहरण के तरीके फिल्मों या सीरियलों से सीखते हैं। अपहरण बढ़ने का कारण है-अपराधियों को दंड न मिलना। हमारी न्याय व्यवस्था, पुलिस और सरकार ऐसी बेकार हो चुकी है कि किसी अपराधी को सजा नहीं मिल पाती। इस समस्या का समाधान कठिन है। जब तक कोई चरित्रवान शासक कठोरता से इसे नहीं कुचलता, न्यायालय हिम्मत नहीं दिखाते, नौकरियों का सृजन नहीं होता और मीडिया पर नियंत्रण नहीं किया जाता, तब तक यह भयलीला चलती रहेगी।