Hindi Essay, Story on “So Sayano Ka Ek Mat”, “सौ सयानों का एक मत” Hindi Kahavat for Class 6, 7, 8, 9, 10 and Class 12 Students.

सौ सयानों का एक मत

So Sayano Ka Ek Mat

 

कभी चर्चा में बादशाह से बीरबल ने कहा, “सौ सयानों का एक ही मत होता है।

बादशाह बोले, “हम तो देखते हैं दो अक्लमंद एक राय नहीं होते, तुम सौ की बात करते हो।”

बीरबल ने कहा, “हुजूर, जहां मतलब होता है वहां सब सयाने एकमत हो जाते हैं।”

एक दिन इम्तहान की ठहरी। एक मुहल्ले में बीरबल ने कहला दिया कि इस बाग में जो सूखा कुंड है उसमें मुहल्ले में बसनेवाले सौ घर एक-एक घड़ा दूध डाल आवें। रात चांदनी थी। कुंड पर दूध-सी सफेद चादर पड़ी थी। दूध डालने का हुक्म पानेवाले हरएक ने सोचा कि 99 घड़े तो दूध के पड़ेंगे ही, मैं अगर एक घड़ा पानी ही डाल दूं तो इतने दूध में उसका क्या पता चलेगा?

सबेरे बादशाह ने बीरबल के साथ आकर देखा कि कुंड में एक भी घड़ा दूध का नहीं पड़ा था।

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