पंच कहें बिल्ली तो बिल्ली ही सही
Panch Kahe Billi To Billi Hi Sahi
एक बनिया अपनी दुकान में सांकल लगाकर पास ही खाट बिछाकर सोया था। उसके सो जाने पर एक चोर कुंडी खोलकर दुकान में घुस गया। बनिये की
आंख खुली तो देखा की सांकल खुली हुई है। उठा और धीरे से दरवाजे की कुंडी चढ़ा दी। चोर भीतर से ‘म्यांव-म्यांव करने लगा। इस पर बनिया बोला, “भाई, रातभर तो बन्द रहो, सुबह पंच आयंगे, तब वह बिल्ली कहेंगे तो बिल्ली ही सही।”