समाचार–पत्र
Newspaper
रूप–रेखा
समाचार प्राप्त करने का सरल और सस्ता माध्यम, सुबह की आवश्यकता, अलग–अलग भाषाओं में छपता है, कैसे छपता है?, समाज में जागरूकता बढ़ाता है, कौन–कौन सी खबरें छपती हैं ? ‘ मनोरंजन और खेल–कूद के समाचार समाचार–पत्रों का प्रसार।
वर्तमान युग संचार और सूचना का युग है । हर कोई देश-विदेश के समाचारों से अवगत रहना चाहता है । वह समाज तथा अपने चारों ओर की स्थितियों से जुड़कर रहना चाहता है । इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सबसे सरल और सस्ता माध्यम है- समाचार- पत्र । यह व्यक्ति को समाज और उसकी हलचलों से जोड़ने का कार्य करता है।
प्रत्येक साक्षर व्यक्ति समाचार-पत्र पढ़ सकता है । सुबह उठते ही हमारी दृष्टि समाचार-पत्र की ओर जाती है। चाय की चुस्कियों के बीच समाचार-पत्र पढ़ने का शौक रखना आम हो गया है । जिस दिन समाचार-पत्र नहीं आता, उस दिन कुछ खाली-खाली सा लगता है । समाचार-पत्र पढ़ने के बाद ही अन्य कार्य आरंभ होते हैं। इसे पढ़ने से विद्यार्थियों का सामान्य ज्ञान बहुत अच्छा हो जाता है।
समाचार-पत्र विश्व की सभी मुख्य भाषाओं में छपते हैं। हमारे देश में अँगरेजी और हिन्दी के समाचार-पत्र बड़ी संख्या में छपते हैं । इनके अलावा उर्दू पंजाबी, तमिल, बंगला आदि प्रांतीय भाषाओं के समाचार-पत्र भी छपते हैं। दुनिया भर में फैले संवाददाता और समाचार एजेंसियाँ समाचार एकत्रित कर समाचार-पत्र के कार्यालयों में भिजवाती हैं । संपादक इनका संपादन करके छपने योग्य बनाते हैं । फिर छपाई मशीन से तीव्र गति से प्रकाशन होता है । छपने के बाद इन्हें बाँटने का काम शुरू होता है । इस तरह सुबह होते-होते समाचार-पत्र सब लोगों तक पहुँच जाता है।
समाचार-पत्र का बहुत महत्त्व है । यह जनता में चेतना फैलाने का कार्य करता है । इसमें जनता के हित की बातें लिखी होती हैं । नागरिकों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है । इसमें भ्रष्टाचार और घोटालों का खुलासा किया जाता है । सरकार के काम-काज पर टिप्पणी की जाती है। समाचार-पत्र जनता के हितों की रक्षा के लिए आवाज़ उठाते हैं।
समाचार-पत्रों से दुनिया भर के समाचार घर बैठे आसानी से लिखित रूप में मिल जाते हैं । समाचारों के अलावा अन्य सामग्री भी होती है । इसमें विद्वान लेखकों के लेख छपे होते हैं । स्थानीय मामलों की जरूरी सूचनाएँ होती हैं । रोजगार के विज्ञापनों से पढ़े-लिखे नौजवानों को बहुत लाभ होता है । समाचार-पत्रों में छपे ज्ञानवर्धक लेखों को पढ़कर विद्यार्थी अपनी जानकारी बढ़ाते हैं।
समाचार-पत्रों में मनोरंजक सामग्री भी छपी होती है । इनमें कविताएँ, कहानियाँ और चुटकुले होते हैं । कार्टून धारावाहिक एवं बाल कहानियाँ बच्चों को लुभाते हैं । समाचार-पत्र में पुस्तकों, नाटकों आदि के बारे में जानकारी छपी होती है जिससे हमें उनके बारे में विस्तार से पता चल जाता है । खेल-कूद और सिनेमा-जगत के समाचारों से पाठकों का भरपूर मनोरंजन होता है।
इस प्रकार समाचार-पत्र हमारे लिए बहुत उपयोगी होते हैं । समाचार पाने का यह सबसे सस्ता और सुलभ साधन है । रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा आदि प्रभावशाली संचार माध्यमों के होते हुए भी समाचार-पत्रों की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है । जैसे-जैसे पढ़े-लिखे व्यक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे समाचार-पत्रों का भी प्रचार-प्रसार हो रहा है। हाल के वर्षों में क्षेत्रीय समाचार-पत्रों की संख्या में बहत वृद्धि हई है। इनमें स्थानीय समस्याओं पर अधिक ध्यान दिया जाता है।