जाकिर हुसैन
Zakir Husain
(भारत के पूर्व राष्ट्रपति)
जन्म: 8 फरवरी 1897, हैदराबाद
मृत्यु: 3 मई 1969, नई दिल्ली
- श्री ज़ाकिर हुसैन जब केवल दस वर्ष के थे, तभी इनके पिता श्री फ़िदा हुसैन खान का स्वर्गवास हो गया।
- ज़ाकिर हुसैन बचपन से ही मेधावी थे। अल्पायु में ही उन्होंने अरबी, फारसी और उर्दू का ज्ञान प्राप्त कर लिया। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा इटावा और उच्च शिक्षा मोहम्डन एंग्लो ऑस्टिल कॉलेज, अलीगढ़ उत्तर प्रदेश में प्राप्त की।
- 29 अक्टूबर 1920 में जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना हुई। श्री ज़ाकिर हुसैन इस संस्था में अध्ययन के हेतु नियुक्त प्रथम व्यक्ति थे। यहाँ पर उन्होंने प्लेटो की ‘दि रिपब्लिक’ तथा केनन की ‘एलीमेन्ट्री पोलिटिकल इकोनोमी’ का उर्दू में अनुवाद किया।
- 1923 में उच्च अध्ययन हेतु जर्मनी चले गए। यहाँ पर उन्होंने गांधी जी पर जर्मन भाषा में किताब लिखी।
- 1926 में जामिया मिलिया में शेरव-उल-जामिया (उपकुलपति) होने के साथ ही शिक्षाविद् के रूप में जाने जाने लगे।
- श्री ज़ाकिर हुसैन बाद में असहयोग आंदोलन से जुड़ गए और गांधी जी की बुनियादी शिक्षा की बागडोर अपने हाथों में ले ली। वे हिन्दुस्तानी तालीम संघ के अध्यक्ष बने और 1938 से 1948 तक अध्यक्ष बने
- नवम्बर 1948 में डॉ० जाकिर हुसैन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपकुलपति बनाए गए। भारतीय विश्वविद्यालय आयोग में मनोनीत सदस्य डॉ० ज़ाकिर हुसैन राज्य सभा के भी सदस्य मनोनीत किए गए। 1956 में यूनेस्को की कार्यकारिणी सभा में भारतीय प्रतिनिधि बना कर भेजे गए।
- डॉ. जाकिर हुसैन को 1957 में बिहार का राज्यपाल बनाया तथा 1962 में भारत का उपराष्ट्रपति चुना गया। श्री ज़ाकिर हुसैन उपलब्धि के चरमोत्कर्ष पर 9 मई 1967 को पहुँचे, जब उन्हें भारतीय गणतंत्र के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया।
- 1954 में वे पद्मविभूषण से और 1963 में ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किए गए।
- 3 मई 1969 को डॉ० जाकिर हुसैन का स्वर्गवास हो गया ।