विश्वनाथ सत्यनारायण
Viswanatha Satyanarayana
जन्म: 10 सितंबर 1895, नंदमुरु
निधन: 18 अक्टूबर 1976, गुंटूर
- विश्वनाथ सत्यनारायण का प्रारंभिक जीवन कठिनाइयों में बीता ।
- उनके पिता शोभनाद्रि तेलुगु के विद्वान थे ।
- वे चाहते थे कि उनका बेटा अंग्रेजी पढ़कर अच्छी नौकरी करे जिससे परिवार की गरीबी दूर हो अतः बालक विश्वनाथ को मछलीपट्टनम के अंग्रेजी स्कूल में भेजा गया ।
- हाई स्कूल तक वे संस्कृत, तेलुगुऔर अंग्रेजी का काफी ज्ञान प्राप्त कर चुके थे ।
- कुछ समय तक अध्यापन किया ।
- श्री विश्वनाथ ने युवावस्था में रचनाएं करनी प्रारंभ कर दी थीं।
- 35-40 की उम्र में उनको प्रसिद्धि मिलनी प्रारंभ हो गई।
- उन्होंने ‘आंध्रपौरूषम’ एवं ‘आंध प्रशस्ति’ नामक प्रारंभिक रचनाओं के साथ 30 साल के कठिन परिश्रम से ‘रामायण कल्पवृक्ष’ नामक तेलग रामायण की रचना की मलतः वे उपन्यासकार एवं नाटककार थे।