रामधारी सिंह ‘दिनकर‘
10 Lines on – Ramdhari Singh Dinkar
Indian Poet
जन्म: 23 सितंबर 1908, सिमरिया
निधन: 24 अप्रैल 1974, चेन्नई
- राष्ट्रकवि दिनकर के पिता रविसिंह कृषक थे । दो वर्ष की अल्पायु में ही उन्हें पित-वियोग सहना पड़ा।
- लालन-पालन माता मनरूप देवी ने किया । दिनकर जी की प्रारंभिक शिक्षा आस-पास के गांवों में संपन्न हुई।
- पढ़ने के लिए उनको मीलों पैदल चलना और सत्तू व चने पर निर्भर रहना पड़ता था ।
- बी.ए. करने के बाद वे अध्यापक बन गए । तत्पश्चात् अनेक सरकारी पदों पर रहते हुए राज्य सभा के सदस्य मनोनीत हुए।
- उनको सन् 1954 में भागलपुर विश्वविद्यालय का उपकुलपति नियुक्त किया गया । परंतु शीघ्र ही वहाँ से भारत सरकार के हिन्दी सलाहकार बन गए।
- दिनकर जी रोमांटिक राष्ट्रीयतावादी कवि थे । उन्होंने पौराणिक विषय वस्तु का आधुनिक संदर्भ में उपयोग किया ।
- ‘कुरुक्षेत्र’ उनकी इसी प्रकार की रचना है। इसके अलावा रश्मिरथी, रेणुका, हुँकार, बापू, इतिहास के आँसू आदि उनकी प्रसिद्ध काव्य-कृतियाँ हैं।
- दिनकरजी को साहित्य व समाज-सेवा के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया ।
- उन्हें समाजशास्त्रीय ग्रंथ संस्कृति के चार अध्याय’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार और ‘उर्वशी’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया । भारत सरकार ने उन्हें पद्म-भूषण’ प्रदान किया ।
- 24 अप्रैल, 1974 को उनका निधन हो गया ।