राम राघोबा राणे
10 Lines on – Rama Raghoba Rane
Indian military officer
जन्म : 26 जून, 1918 हैव रोड (महाराष्ट्र)
निधन: 11 जुलाई 1994, पुणे
- सेकंड लेफ्टिनेंट राम राधोबा राणे के पिता का नाम श्री आर.पी. राणे है।
- उन्हें 15 दिसम्बर, 1947 को भारतीय सेना की इंजीनियर कोर में कमीशन मिला।
- 8 अप्रैल 1948 को सेकंड लेफ्टिनेंट राणे को भीषण पहाड़ी इलाके से गुजरने वाले नौशेरा-राजौरी मार्ग से अवरोधों को साफ करने वाले दल का नेतृत्व सौंपा गया ।
- उनके दल के नाडपुर साउथ में टैंकों के समीप पहुँचते ही दुश्मन ने भयंकर गोलाबारी शुरू कर दी ।
- उनके दल के दो व्यक्ति मारे गए और पाँव घायल हो गए।
- उन्होंने परवाह न करते हुए अपना काम जारी रखा ।
- बड़वाली रिज पर अधिकार कर लेने के बाद वह आगे बढ़ते गए और टैंकों को ले जाने के लिए विपथन बनाने का कार्य शुरू कर दिया ।
- दुश्मन की लगातार गोलाबारी के बीच अपने प्राणों की परवाह न करते हुए, बिना खाए-पिए देर रात तक काम करके पूरे चार दिन में वह टैंकों को चिंगास तक ले जाने में सफल रहे।
- इस बीच उन्होंने दुश्मनों की बिछाई अनेक सुरंगों और अवरोधों को कदम-कदम पर साफ किया ।
- सेकंड लेफ्टिनेंट राणे को ‘परमवीर-चक्र’ से सम्मानित किया गया । उन्होंने स्वयं यह सम्मान ग्रहण किया ।