नौशाद
Naushad
भारतीय संगीत निर्देशक
जन्म: 26 दिसंबर 1919, लखनऊ
मृत्यु: 5 मई 2006, मुंबई
- संगीतकारनौशाद अली हिंदी फिल्मों के लिए एक भारतीय संगीत निर्देशक थे। नौशाद कुलीनता में पले एवं बड़े हुए थे। अतः उनको सद्व्यवहार एवं जीवन के परिष्कृत तौर-तरीके विरासत में मिले थे।
- उनके पिता वाहिद अली लखनऊ राज दरबार में मुंशी थे। परंपरागत शिक्षा में नौशाद ने कोई रुचि नहीं ली । उनका लगाव संगीत से अधिक था।
- उन्हें व्यापक रूप से हिंदी फिल्म उद्योग के सबसे महान और अग्रणी संगीत निर्देशकों में से एक माना जाता है। उन्हें विशेष रूप से फिल्मों में शास्त्रीय संगीत के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए जाना जाता है।
- फिल्मों के पार्श्व संगीत से जुड़कर उन्होंने लगभग 64 फिल्मों में संगीत दिया। लता मंगेशकर और रफी जैसे गायकों को लोकप्रियता उन्होंने ही दिलवाई।
- वे पहले ऐसे संगीत-निर्देशक हैं, जो स्वरबद्ध किए गए प्रत्येक गाने की स्वर-लिपि को भी रखते थे।
- उनके वाद्ययंत्रों एवं पार्श्व संगीत की स्वर लिपियों को रिकॉर्डिंग कंपनियों द्वारा रिकॉर्ड के रूप में दोबारा तैयार किया गया। उन्होंने श्रेष्ठतम पश्चिमी संगीत के उपकरणों का भी उपयोग किया।
- एक स्वतंत्र संगीत निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म 1940 में प्रेम नगर थी।उनकी पहली संगीतमय फिल्म रतन (1944) थी, जिसके बाद 35 रजत जयंती हिट, 12 स्वर्ण जयंती और 3 हीरक जयंती मेगा सफलताएं मिलीं।
- सन् 1982 में उन्हें ‘दादा साहब फालके पुरस्कार’ से सम्मानित किया गयाऔर 1992 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
- नौशाद को भारतीय फिल्म उद्योग के सबसे सम्मानित और सफल संगीत निर्देशकों में से एक के रूप में स्थान दिया गया था।
- नौशाद का 86 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के कारण 5 मई 2006 को मुंबई में निधन हो गया। उन्हें जुहू मुस्लिम कब्रिस्तान में दफनाया गया था।