नागार्जुन
Nagarjun
कवि
जन्म: 30 जून 1911, मधुबनी
मृत्यु: 5 नवंबर 1998, दरभंगा
- सुप्रसिद्ध प्रगतिवादी कवि नागार्जुन का असली नाम वैद्यनाथ है।
- उनका जन्म ननिहाल में हुआ था।
- पिता के साथ तरौनी ग्राम में रहने के कारण उन्हें ग्रामीण जीवन के यथार्थ से परिचित होने का संयोग प्राप्त हुआ।
- सन् 1936 में वे श्रीलंका गए।
- वहाँ बौद्ध धर्म की भव्यता और सात्विक जीवन दृष्टि से प्रभावित होकर बौद्ध धर्म में दीक्षित हो गए।
- घुमक्कड़ स्वभाव के होने के कारण अनेक बार सम्पूर्ण भारत का भ्रमण किया।
- नागार्जुन ने बिहार में प्रचलित मैथिली भाषा और खड़ी बोली हिन्दी दोनों में काव्य रचना की।
- ‘युगधारा’, ‘भस्मांकुर’ (खण्ड काव्य), ‘प्यासी पथराई आँखें’ उनकी प्रसिद्ध काव्य-कृतियाँ हैं।
- बलचनमा, कुंभी-पाक, पोस्टर-कविता से लेकर प्रबंध-काव्य तक अपनी काव्य-यात्रा जारी रखी।
- वैद्यनाथ मित्र नागार्जुन’ का निधन 5 नवम्बर 1998 को उनके पैतृक निवास में हुआ ।