10 Lines on “Mohan Rakesh” (Playwright) “मोहन राकेश” Complete Biography in Hindi, Essay for Kids and Students.

मोहन राकेश

Mohan Rakesh

नाटककार

 

जन्म : 8 जनवरी 1925, अमृतसर
निधन: 3 जनवरी 1972, दिल्ली

  1. नाटककार मोहन राकेश के पिता श्री करमचन्द्र गुगलानी यद्यपि पेशे से वकील थे, किन्तु उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी।
  2. राकेश का प्रारंभिक नाम मदन मोहन गुगलानी था। उनकी आरम्भिक शिक्षा अमृतसर में तथा उच्च शिक्षा लाहौर के ओरिएंटल कॉलेज में हुई। वहीं से संस्कृत में एम.ए. किया।
  3. भारतपाक विभाजन के बाद उनका परिवार जालंधर में आ बसा। उन्होंने यहाँ हिन्दी में प्रथम श्रेणी में एम.ए. परीक्षा पास की तथा विश्वविद्यालय में भी प्रथम रहे।
  4. शिक्षा के बाद अध्यापन कार्य में लग गए।अपने स्वभाव के कारण मोहन राकेश, एक स्थान पर अधिक समय नौकरी नहीं कर पाए।
  5. सन् 1962-63 में ‘सारिका’ पत्रिका का सम्पादन किया तथा कुछ समय तक फ्री लांसिंग करते रहे।
  6. मोहन राकेश के सृजन का क्षेत्र विविध आयामी है किंतु वे प्रसिद्ध हुए नाटककार के रूप में। ‘आषाढ़ का एक दिन’, ‘लहरों के राजहंस’, ‘आधे अधूरे’ आदि उनके प्रसिद्ध नाटक हैं।
  7. उनके ‘नए बादल’, ‘एक और जिंदगी’ आदि चौदह कहानी-संकलन; ‘अंधेरे बंद कमरे’, ‘अंतराल’ आदि उपन्यास प्रकाशित हुए।
  8. उन्होंने निबंध-साहित्य के क्षेत्र में भी अपना स्थान बनाया। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘बकलम खुद’ भी लिखी।
  9. उन्हें संगीत नाटक अकादमी ने दो बार पुरस्कृत किया। उन्हें नेहरू फैलोशिप’ दी गई।
  10. 3 दिसम्बर 1972 को दिल्ली में उनका आकस्मिक निधन हो गया।

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