मिल्खा सिंह
Milkha Singh
भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट
जन्म : 20 नवंबर 1929, गोविंदपुरा, पाकिस्तान
निधन: 18 जून 2021, चंडीगढ़
- मिल्खा सिंह, जिन्हें द फ्लाइंग सिख के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय ट्रैक और फील्ड स्प्रिंटर थे, जिन्हें भारतीय सेना में सेवा करते हुए खेल से परिचित कराया गया था।
- मिल्खा सिंह का जन्म अविभाजित भारत के पश्चिम पंजाब में हुआ था। विभाजन के बाद सन् 1947 में वे अपने परिवार के साथ भारत आ गए और नवीं कक्षा तक पढ़ने के बाद मैकेनिकल व्यवसाय में लग गए।
- उनके एथलीट जीवन की शुरूआत तब हुई जब वे 18 वर्ष की उम्र में सेना में भरती हुए। उन्होंने अपना विशेष ध्यान दौड़ने पर लगाया। उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ इच्छा-शक्ति का परिणाम शीघ्र ही सामने आ गया।
- उन्होंने चार सौ मीटर दौड़ में नया राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित करके ख्याति पाई।
- वह एशियाई खेलों के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर में स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र एथलीट हैं।
- सन् 1958 के तीसरे एशियाड खेलों में उन्होंने 400 और 200 मीटर दौड़ में नए कीर्तिमान स्थापित किए। चौथे एशियाड में भी उन्होंने 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- सन् 1959 में भारत सरकार ने उनके विशेष योगदान के लिए “पद्मश्री’ से सम्मानित किया।
- उन्होंने मेलबर्न में 1956 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, रोम में 1960 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और टोक्यो में 1964 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- सन् 1960 के ओलंपिक खेलों में मिल्खा सिंह थोड़ा सा चूक गए और चौथे स्थान पर रहे। मिल्खा सिंह की तेज दौड़ने की अद्भुत क्षमता के कारण उन्हें ‘फ्लाइंग सिक्ख’ के उपनाम से भी जाना जाता है।
- 91 वर्ष की आयु में 18 जून 2021 को कोविड-19 से उनकी मृत्यु हो गई।