मेजर शैतान सिंह
Major Shaitan Singh Bhati
(Military officer)
जन्म: 1 दिसंबर 1924, जोधपुर
निधन: 18 नवंबर 1962 (आयु 37 वर्ष), रेजांग ला युद्ध स्मारक, अहीर धाम
- मेजर शैतान सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल हेम सिंह के पुत्र थे ।
- 1 अगस्त 1949 को उन्हें भारतीय सेना की 13 कुमायूं रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त हुआ।
- भारत-चीन संघर्ष के दौरान मेजर शैतान सिंह को चुशूल क्षेत्र में लगभग 485 मीटर ऊँचे रेजांग ला स्थान पर तैनात पैदल बटालियन की कम्पनी का नेतृत्व सौंपा गया था । यहाँ पर पाँच प्लाटून मोर्चे पर डटे थे ।
- 18 नवंबर, 1962 को इस कम्पनी पर चीनी सेना का आक्रमण शुरू हुआ।
- एक के बाद एक कई आक्रमण हुए परंतु हर बार भारतीय सैनिकों ने शत्रु को पीछे ढकेल दिया ।
- इन आक्रमणों के दौरान मेजर शैतान सिंह ने अपनी जान पर खेलते हुए एक प्लाटून से दूसरे प्लाटून पर जाकर सैनिकों का हौसला बढ़ाया।
- इस बीच वह बुरीतरह से घायल हो गए ।
- उनकी बाजू व पेट में गोली लगने के बाद सैनिकों ने उन्हें युद्ध क्षेत्र से बाहर निकालने का प्रयत्ल किया परन्तु मशीनगन की भीषण गोलाबारी में घिर गए ।
- उन्होंने जवानों को वापस मोर्चे पर जाने का आदेश दिया और स्वयं शहीद हो गए।
- उनको सर्वोच्च शौर्य पुरस्कार ‘परमवीर-चक्र’ से सम्मानित किया गया ।