महर्षि महेश योगी
Maharishi Mahesh Yogi
भारतीय गुरु
जन्म : 12 जनवरी 1918, राजिम
निधन: 5 फरवरी 2008, Vlodrop, नीदरलैंड्स
- महर्षि महेश योगी प्राचीन भारतीय योग के पुनरूद्धारक हैं। प्राचीन शास्त्र और आयुर्वेद प्रेम ने उन्हें इस ओर प्रेरित किया। सन्
- 942 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी में डिग्री हासिल करने के बाद, महर्षि महेश योगी भारतीय हिमालय में ज्योतिर मठ के शंकराचार्य (आध्यात्मिक नेता) स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती (जिन्हें गुरु देव के नाम से भी जाना जाता है) के सहायक और शिष्य बन गए।
- वे शुरुआती टीवी साक्षात्कारों में अधिक बार हंसते थे, उन्हें कभी-कभी “हंसते हुए गुरु” के रूप में जाना जाता था।
- 1959 में उन्होंने ध्यान योग आंदोलन प्रारंभ किया। देश-विदेश में उनके हज़ारों केंद्र व लाखों अनुयायी हैं। उनकी महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट अनेक भारतीय संस्थाओं से सम्बद्धहै।
- बताया जाता है कि महर्षि ने 40,000 से अधिक टीएम (ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन) शिक्षकों को प्रशिक्षित किया, “पांच मिलियन से अधिक लोगों” को ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन तकनीक सिखाई और हजारों शिक्षण केंद्रों और सैकड़ों कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों की स्थापना की।
- 1960 के दशक के अंत और 1970 के दशक की शुरुआत में, महर्षि ने बीटल्स, द बीच बॉयज़ और अन्य मशहूर हस्तियों के गुरु के रूप में ख्याति प्राप्त की।
- महर्षि की नेचुरल लॉ पार्टी की स्थापना 1992 में हुई थी, और इसने दर्जनों देशों में अभियान चलाया।
- 2000 में, उन्होंने ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस, एक गैर-लाभकारी संगठन बनाया और इसके नेताओं को नियुक्त किया।
- 2008 में, महर्षि ने सभी प्रशासनिक गतिविधियों से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की और तीन सप्ताह बाद उनकी मृत्यु तक मौन रहे।
- 5 फरबरी 2008 को उनकी मृत्यु हो गई।