कमलादेवी चट्टोपाध्याय
Kamaladevi Chattopadhyay (Indian activist)
जन्म: 3 अप्रैल 1903, मंगलुरु
मृत्यु: 29 अक्टूबर 1988, मुंबई
- श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय का जन्म उच्च मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था।
- बालिका कमला शांत प्रवृति की भावुक लड़की थीं। वह अपनी माँ के साथ अपनी जाति की स्त्रियों की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित सभाओं में जाती थीं।
- इससे उनमें समाज-सेवा की लग्न आ गई। उनका विवाह बाल्यावस्था में ही कर दिया गया।
- कुछ समय बाद ही वह विधवा हो गई। कमलादेवी ने सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ते हुए पुनः विवाह किया। इसी से उनके क्रांतिकारी जीवन की शुरूआत हुई।
- उन्होंने लंदन के बेडफोर्ड कालेज और लन्दन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में उच्च शिक्षा प्राप्त की।
- स्वदेश लौटकर गांधीजी के चलाए आंदोलनों में सम्मिलित हुई। कई बार जेल जाना पड़ा ।
- उन्होंने गीय कांग्रेस में महिला स्वयं-सेविकाओं को प्रशिक्षण देने का काम किया। बर्लिन के अन्तर्राष्ट्रीय महिला-सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि दल का नेतृत्व किया।
- विभाजन के पश्चात् शरणार्थी पुनर्वास में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने ग्रामोद्योग और हस्तशिल्प की स्थिति सुधारने के लिए कामगारों से संपर्क स्थापित किया। गणतंत्र दिवस पर उन्हें सम्मानित करने की परंपरा चलाई ।
- वह इंडियन नेशनल कांग्रेस, भारतीय सहकारिता संघ, नेशनल थिएटर सेण्टर ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय हस्तशिल्प बोर्ड आदि अनेक संस्थाओं में महत्त्वपूर्ण पदों पर रहीं। उन्होंने शिल्पकारों व थिएटर से संबंधित कई पुस्तकें भी लिखी हैं ।
- उनको भारत सरकार ने ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित किया ।