गोविंद बल्लभ पंत
Govind Ballabh Pant
गोविंद बल्लभ पंत जन्म: 10 सितंबर 1887, अल्मोड़ा
मृत्यु: 7 मार्च 1961, नई दिल्ली
- पं. गोविंद वल्लभ पंत के परिवार में उच्च ब्राह्मण वर्गीय सभी परंपराएँ विद्यमान थीं।
- पिता पं. मनोरथ पंत सामान्य मध्यमवर्गीय जीवन बिता रहे थे।
- बालक गोंविद बड़ा ही कुशाग्र बुद्धि था। अल्मोड़ा के सैमसे कॉलेज से मैट्रिक करके छात्रवृत्ति पर इलाहाबाद पढ़ने चले गए।
- सन 1907 में गोखले के भाषण ने गोविंद वल्लभ पंत को राष्ट्रीयता की मोड दिया।
- उन्होंने वकालत की शिक्षा ली और नैनीताल में वकालत करने लगे। साथ-साथ उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान दिया।
- सन 1916 में कमायं परिषद् की स्थापना की । सन् 1912 में वे उत्तर प्रदेश विधानसभा में आए।
- साइमन कमीशन के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान वे नेहरू जी के आगे आ गए और उन्हें लाठियों की मार से बचाया।
- सन 1930 और 1932 में जेल गए। सन् 1931 में कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य चुने गए। सन् 1937 के चुनावों के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। भारत छोड़ो आंदोलन में उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा।
- सन् 1946 में संविधान सभा के सदस्य बने। आजाद भारत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बाद में केंद्रीय गृहमंत्री रहे ।
- 7 मार्च, 1961 को उनका निधन हो गया।