गिरिजा देवी
Girija Devi
जन्म: 8 मई 1929, वाराणसी
मृत्यु: 24 अक्टूबर 2017, कोलकाता
- गिरिजा देवी को बचपन से ही संगीत में बहुत रुचि थी।
- पाँच वर्ष की उम्र से ही उन्होंने गुरु पं. सरजू प्रसाद मिश्र से संगीत की शिक्षा लेनी प्रारंभ कर दी।
- 16 वर्ष की उम्र में गुरु के देहांत के बाद उनका विवाह हो गया।
- 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने गुरु श्रीचंद्र मिश्र के साथ पुनः संगीत का रियाज़ प्रारंभ किया।
- सन् 1949 में उन्होंने पहली बार रेडियो पर अपना कार्यक्रम दिया।
- सन् 1951 में आरा, 1952 में बनारस और दिल्ली की विशाल संगीत सभाओं में कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
- गिरिजा देवी को ‘ख्याल’ और ठुमरी गायन में विशेषज्ञता हासिल है।
- बनारस की ख्याल गायकी के अलावा गिरिजा देवी कजरी, चैती एवं विभिन्न आंचलिक गीत-लोकगीतों को भी कुशलतापूर्वक गाती हैं।
- उनको कानपुर म्यूजिक कॉलेज से ‘संगीत आचार्य’, प्रयाग संगीत समिति से ‘संगीत शिरोमणि’ तथा भारत सरकार के ‘पद्मभूषण’ व ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया जा चुका है।
- उनको उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी व दिल्ली संगीत नाटक अकादमी ने भी पुरस्कृत किया है।